नई दिल्ली ।। राजधानी के प्रगति मैदान में सोमवार से शुरू हो रहे 31वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में लगभग 6,000 स्टॉल लगने और लगभग 15 लाख दर्शकों के आने की सम्भावना है।
चौदह दिनों तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा करेंगे। इस मेले का आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय और भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) मिल कर करते हैं।
यह देश का सबसे बड़ा एकीकृत मेला है, जिसमें व्यवसाइयों और उपभोक्ताओं दोनों की जरूरत के उत्पादों की प्रदर्शनी लगती है।
मेले के पहले पांच दिन यानी 14 नवम्बर से 18 नवम्बर तक कारोबारियों के लिए आरक्षित रहेंगे। इसके बाद 19 नवम्बर से 27 नवम्बर तक मेला आम लोगों के लिए खुला रहेगा।
आईटीपीओ के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव खेर ने कहा कि इस बार के मेले में किसी देश के साथ नहीं बल्कि दो भारतीय राज्यों पश्चिम बंगाल तथा झारखण्ड के साथ ही साझेदारी की गई है। साथ ही बिहार और ओडिशा फोकस राज्य रहेंगे।
खेर ने कहा कि इस वर्ष स्टॉलों की संख्या पहले से अधिक रहेगी।
इस बार मेले का थीम है ‘भारतीय हस्तशिल्प – हाथों की अद्भुत कारीगरी।’
मेले में 26 देशों के 230 संस्थानों, 27 भारतीय राज्यों, 31 केंद्रीय मंत्रालयों और 260 निजी कम्पनियों के उत्पादों की प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी।
मेले में आने वाले लोगों को देश-विदेश के विविध पकवान चखने का भी मौका मिलेगा।
मेले को लेकर अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के उत्साह का पता इस बात से चलता है कि दक्षिण अफ्रीका का व्यापार और उद्योग विभाग मेले में 19 स्टॉल लगाएगा।
मेले में आने वाले लोगों की संख्या और लगाए जाने वाले स्टॉलों के लिहाज से आईआईटीएफ दुनिया के सबसे बड़े व्यापार मेले में से एक है।