नई दिल्ली ।। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में उपजे ताजा विवाद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विपक्ष पर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने सम्बंधी आरोपों के जवाब में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि प्रधानमंत्री अपनी विफलता का ठीकरा विपक्ष के सिर ने फोड़ें।
नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, “प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम को क्यों बचा रहे हैं?” उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के लिए विमानों की खरीद के बारे में फैसला लेने वाले मंत्रियों के समूह के अध्यक्ष भी चिदम्बरम थे, जिस बारे में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने सवाल उठाए हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री चिदम्बरम को कहां-कहां बचाएंगे।
2जी मामले में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए पत्र में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम के बारे में टिप्पणी की गई है कि यदि वह चाहते तो स्पेक्ट्रम नीलामी के जरिये बेचा जा सकता था।
संवाददाता सम्मेलन में राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, “हमारे पास आंकड़े नहीं है कि हम सरकार को अस्थिर करे। यदि सरकार गिरती है वह अपने आंतरिक कारणों से गिरेगी।”
उन्होंने प्रधानमंत्री पर जमीनी हकीकत से काफी दूर चले जाने का अरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने मंत्रियों की रक्षा करने की बात कह रहे है, लेकिन अच्छा होता कि वह देश के सामने सच्चाई सामने लाने की बात करते।
उन्होंने कहा, “यदि प्रधानमंत्री दाग लगे हुए लोगों में विश्वास जताएंगे तो देश का उनमें विश्वास कम हो जाएगा।” उन्होंने कहा कि आज इस सरकार में नेतृत्व के साथ-साथ नैतिकता का भी संकट पैदा हो गया है।