नई दिल्ली ।। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में वित्त मंत्रालय के विवादपूर्ण नोट के मद्देनजर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम को इस्तीफा दे देना चाहिए।
पोलित ब्यूरो की दो दिवसीय बैठक के बाद पार्टी महासचिव प्रकाश करात ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “वित्त मंत्रालय के नोट से उत्पन्न विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है।”
ज्ञात हो कि केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा था कि 2जी घोटाला पर उनके मंत्रालय का नोट उनके विचार को प्रतिबिम्बित नहीं करता है। वह पृष्ठभूमि दर्शाने वाला एक दस्तावेज है। तब चिदम्बरम ने कहा था कि इसे विवाद का अंत समझा जाए।
करात ने कहा, “यह अत्यंत ज्वलंत मुद्दा है। चिदम्बरम ने जो कदम उठाया, उसकी जवाबदेही उन्हें लेनी होगी। पोलित ब्यूरो मांग करता है कि वह केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दें।”
25 मार्च को प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए वित्त मंत्रालय के नोट में कहा गया है कि यदि चिदम्बरम अपने रुख पर कायम रहते तो वर्ष 2008 में स्पेक्ट्रम की नीलामी हो सकती थी।
करात ने कहा, “सरकार द्वारा लोगों को अंधेरे में रखे जाने के बावजूद मुद्दा यह है कि चिदम्बरम ने एक नीति को हरी झंडी दिखाई थी जिससे राजकोष को भारी नुकसान हुआ है।”
उल्लेखनीय है कि माकपा पोलित ब्यूरो की दो दिवसीय बैठक में मूल्यवृद्धि, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला सहित ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की गई।