बेंगलुरू ।। रेड्डी बंधुओं [श्रीनिवास रेड्डी और जनार्दन रेड्डी] के बेंगलुरु और बेल्लारी स्थित घरों और दफ्तरों पर छापेमारी अभियान के दौरान सीबीआई के हाथ तीन करोड़ नगद के अलावा 30 किलो सोना भी लगा है। बताया जा रहा है कि छापे के दौरान सीबीआई को कई अहम सबूत मिले हैं।


अवैध खनन मामले में कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने सोमवार सुबह कर्नाटक के रेड्डी बंधुओं को बेल्लारी से गिरफ्तार किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “हैदराबाद से आए सीबीआई के एक दल ने बेल्लारी स्थित रेड्डी के आवास पर छापा मारने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के लोग उनकी ओब्बालापुरम खनन कम्पनी के खिलाफ दर्ज मामले के सम्बंध में पूछताछ करने के लिए उन्हें हैदराबाद ले गए।”


इससे पहले सीबीआई के संयुक्त निदेशक वी.वी. लक्ष्मीनारायण के नेतृत्व में जांच एजेंसी के 10 सदस्यीय दल ने बेल्लारी स्थित जनार्दन रेड्डी के आवास पर छापा मारा और सुबह लगभग 6.30 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जनार्दन रेड्डी के बेंगलुरू स्थित घर की भी तलाशी ली गई।


सीबीआई के मुताबिक, जनार्दन रेड्डी को उनकी कम्पनी ओबालापुरम माइनिंग से जुड़े अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार किया गया है। रेड्डी इस कम्पनी के निदेशक हैं। जनार्दन कर्नाटक के मंत्री भी रह चुके हैं। छापे के दौरान जनार्दन के ठिकानों से सीबीआई ने तीन करोड़ नगद और 30 किलोग्राम से अधिक सोना बरामद किया है। इसके अलावा सीबीआई को उनके ठिकानों से बेहद अहम और आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं।


कंपनी एक एमडी और जनार्दन के भाई श्रीनिवास रेड्डी के घर से डेढ़ करोड़ नगदी और अहम दस्तावेज मिले हैं। सीबीआई को अब तक 1530 से ज्यादा कागजात मिल चुके हैं। इस मामले में 85 गवाहों और संदिग्धों से पूछताछ की जा चुकी है।


ज्ञात हो कि कर्नाटक लोकायुक्त की रिपोर्ट में रेड्डी बंधुओं को अवैध खनन के मामले में आरोपी बनाया गया है। दोनों को आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।

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