भोपाल ।। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा गुरुवार को मध्य प्रदेश के रीवा पहुंची। यहां उन्होंने कहा कि ‘वोट के लिए नोट’ यानी वर्ष 2008 के सांसदों की खरीद-फरोख्त मामले को उजागर करने वाले भाजपा नेताओं को जेल भेजने की कार्रवाई के विरोध में उन्होंने जनचेतना यात्रा का फैसला लिया।

एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए आडवाणी ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार को बचाने के लिए सांसदों की खरीद-फरोख्त का मध्य प्रदेश के तत्कालीन दो सांसदों ने खुलासा किया था। बाद में इन्हीं नेताओं को जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई ने मुझे गुस्से में ला दिया था।

आडवाणी ने कहा, “जिस दिन इन नेताओं को जेल भेजने का फैसला हुआ, उसी दिन मैंने संसद में इस कार्रवाई के खिलाफ विचार व्यक्त किया और यात्रा पर निकलने का संकल्प लिया। संसद के बाहर आकर संवाददाताओं से चर्चा करते हुए मैंने यात्रा पर निकलने का ऐलान कर दिया।”

आडवाणी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कार्यप्रणाली की सराहना की तथा लोक सेवा गारंटी अधिनियम को जनहितकारी करार दिया।

भ्रष्टाचार के खिलाफ जनजागृति लाने के लिए निकली आडवाणी जनचेतना यात्रा पांच दिन मध्य प्रदेश में रहेगी।

आडवाणी की यात्रा ने गुरुवार को रीवा जिले के हनुमना में प्रवेश किया। इस यात्रा का हनुमना में जोरदार स्वागत किया गया। आडवाणी का स्वागत करने वालों में मध्य प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों के अलावा पार्टी संगठन के पदाधिकारी मौजूद थे।

जनचेतना यात्रा जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली बिहार के सताबदियारा से शुरू हुई है। बिहार व उत्तर प्रदेश से होती हुई यह यात्रा मध्य प्रदेश पहुंची है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार आडवाणी 14 अक्टूबर को मैहर होते हुए अमरिया पहुंचेंगे और जबलपुर में जनसभा को सम्बोधित करेंगे तथा रात्रि विश्राम भी करेंगे।

तय कार्यक्रम के मुताबिक 15 अक्टूबर को नरसिंहपुर व होशंगाबाद में आडवाणी की जनसभा होगी। वह रात्रि विश्राम होशंगाबाद में करेंगे। 16 अक्टूबर को भोपाल में जनसभा होगी। इसी दिन आडवाणी छिंदवाड़ा में जनसभा को सम्बोधित करेंगे और 17 अक्टूबर को छिंदवाड़ा से नागपुर (महाराष्ट्र) के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।

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