मुम्बई ।। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है।
आडवाणी ने पत्रकारों से कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुप क्यों हैं? जब से मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने हैं, भारत में साम्यवादी देशों जैसी व्यवस्था हो गई है, जहां पर पार्टी अध्यक्ष अधिक महत्वपूर्ण होता है।”
आडवाणी जनचेतना यात्रा के तहत इस समय मुम्बई में हैं। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचार नहीं हो तो, महंगाई नियंत्रित की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि 22 नवम्बर से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र में काला धन मुख्य मुद्दा होगा।
यात्रा के बाद अपनी योजना की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगति शील गठबंधन (सम्प्रग) सरकार से मिलकर वह काले धन का मुद्दा उठाएंगे।
उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास होगा कि शीतकालीन सत्र में काला धन बहस का प्रमुख मुद्दा रहे। हम जानना चाहेंगे कि काले धन को वापस लाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।”
आडवाणी ने सरकार से उन तीन सांसदों के नाम बताने को कहा, जिनके खाते विदेशी बैंकों में होने की बात सामने आई है।
उन्होंने कहा, “यह जानना मेरा अधिकार है कि वे कौन हैं? सरकार विदेशी बैंकों में जमा काले धन को लाने के लिए उठाए गए कदमों के विषय में श्वेत पत्र लाए।”
आडवाणी ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।