नई दिल्ली ।। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एक समाचारपत्र में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में बाल अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
आयोग ने ‘न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ में 14 अक्टूबर को प्रकाशित उस खबर पर आंध्र प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित किया जिसमें कहा गया है कि राज्य में वायरल बुखार से 100 से अधिक बच्चों की मौत हुई है।
खबर में सरकार के जनरल अस्पताल में वायरल बुखार का इलाज करवा रहे दो और बच्चों की मौत का उल्लेख किया गया था। साथ ही, कहा गया है कि पिछले एक महीने में वायरल बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 100 से अधिक हो गई है।
खबर में यह भी कहा गया है कि जिला मुख्यालय में डेंगू, मलेरिया तथा चिकनगुनिया जैसे वायरल रोगों से कम से कम 25 लोगों की मौत हुई है। ये मामले अडोनी, मिगन्नुर, स्रिसेलाम, नंदिकोटकुर, पट्टीकोंडा, अलुरू, कोडुमुरू, बनागनापाले तथा मंत्रालयम और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सामने आए हैं।
निजी अस्पतालों के चिकित्सकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन, अस्वच्छ पर्यावरण तथा पेयजल दूषित होने की वजह से इन मामलों में वृद्धि हो रही है। जिले के चिकित्सक और स्वास्थ्य अधिकारी जिले में चिकित्सा या जागरूकता शिविर आयोजित करने में असफल हुए हैं।
आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि इससे बच्चों के जीवन, स्वास्थ्य और विकास के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।