रालेगण सिद्धि/नई दिल्ली ।। समाजसेवी अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि वह अपनी कोर कमेटी का पुनर्गठन करेंगे और इसमें समाज के सभी वर्गो को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने सरकार पर अपनी टीम को विभाजित करने के प्रयास करने का आरोप लगाया।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर अन्ना हजारे पर हमला करते हुए कहा है कि वह जन लोकपाल विधेयक की क्षमता को अधिक आंक रहे हैं।
अन्ना हजारे ने अपने गांव में कहा, “हम कोर कमेटी में दलित, मुसलमान, आदिवासी सहित समाज के सभी वर्गो के लोगों को शामिल करेंगे। किसी को यह शिकायत नहीं होनी चाहिए कि उसे मौका नहीं दिया गया।”
टीम के सदस्यों अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी और प्रशांत भूषण पर आरोपों के बाद कमेटी के पुनर्गठन की मांग उठती रही है।
अन्ना हजारे ने कहा, “कमेटी में युवाओं को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। कमेटी में युवाओं की भागीदारी बहुत आवश्यक है। इसके लिए सभी समुदायों के युवाओं का चयन किया जाएगा।”
वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर भी बरसे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आंदोलन को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार कोई भी जांच करवा ले, हम डरते नहीं। सरकार में बैठे लोगों की सत्ता जाने वाली है। भला वे इसे कैसे पसंद कर सकते हैं। वे हमें बांटने की कोशिश करेंगे।”
वहीं दिल्ली में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय ने कहा, “मैं समझता हूं कि वह (अन्ना हजारे) जन लोकपाल विधेयक की क्षमता को अधिक आंक रहे हैं। भ्रष्टाचार पर न्यायपालिका, नौकरशाही, पुलिस और सरकार द्वारा व्यापक रणनीति से ही काबू पाया जा सकता है। केवल कानून पारित कर देने से किसी की मदद नहीं होगी। लोकपाल से भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा।”