नई दिल्ली, ।। अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के बाद से देश में हो रहे आंदोलनों के कारण तिलमिलाए गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि अन्ना एंड टीम ने 6 शर्तों को नहीं माना है। इसी कारण से जेपी पार्क में धारा 144 लगाना पड़ा और उनको गिरफ्तार करना पड़ा।

चिदंबरम ने कहा कि आज सुबह दिल्ली पुलिस के लोग अन्ना से मिले और जानना चाहा कि जेपी पार्क में धारा 144 लागू है। वे क्या करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह धारा 144 की अवहेलना कर जेपी पार्क जाएंगे। इसके बाद सीआरपीसी की धारा 151 और 107 के तहत उनको पहले हिरासत में लिया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

चिदंबरम ने कहा कि अभी तक दिल्ली में 7 हजार लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट को नहीं रोक रहे हैं। हम न्यायिक प्रक्रिया की बात कर रहे हैं। कोई नहीं कह रहा है कि अन्ना नियम तोड़ रहे हैं।

वहीं, संसद नहीं चलने पर चिदंबरम ने कहा कि वह अन्ना की गिरफ्तारी पर जवाब तैयार कर जवाब देने को संसद में तैयार थे, लेकिन हंगामे के कारण ऐसा नहीं हो सका।

मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि प्रोटेस्ट ऐसे तरीके से हो कि समाज में हिंसा नहीं हो। पब्लिक को नुकसान नहीं हो।

सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि हमलोगों को अहसास है कि लोगों को भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ रहा है। हम मंत्रियों को भी भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ता है।

गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि हर किसी को प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन उसका एक तरीका होता है। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसी प्रदर्शन को दबाने की कोशिश नहीं कर रही है।

जब चिदंबरम से अन्ना के कहां होने का सवाल किया गया, तो चिदंबरम ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं कमिश्नर पुलिस को कहूंगा कि वह मीडिया को अन्ना के बारे में सारी जानकारी दें।

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