रालेगण सिद्धि ।। गांधीवादी अन्ना हजारे ने बुधवार को कहा कि यदि सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करती है तो वह पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में लोगों से मतदान न करने का अनुरोध करेंगे।

अन्ना हजारे ने अपने ब्लॉग पर कहा, “यदि सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करती है तो मैं लोगों से अनुरोध करूंगा कि वे उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में मतदान न करें।”

गांधीवादी ने कहा कि भारत को आजाद हुए 64 साल बीत गए हैं और तब से ज्यादातर समय कांग्रेस सत्ता में रही है।

उन्होंने कहा, “आजादी मिलने के बाद हमारा देश ‘सुराज्य’ में बदलना चाहिए था लेकिन इस तरह का कुछ भी नहीं हुआ।”

अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार सभी सीमाएं लांघ चुका है और विकास पर खर्च होने वाले एक रुपये का 10 पैसा भी आम आदमी तक नहीं पहुंचता है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि संसद भ्रष्टाचार विरोधी सख्त कानूनों को पारित करे।

उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने कोई पहल नहीं की। मौजूदा कानूनों को प्रभावी रूप से लागू नहीं किया जाता अथवा वे कानूनों को लागू नहीं करना चाहते हैं।”

अन्ना हजारे ने कहा, “इसके पहले जन लोकपाल विधेयक के पारित न होने से यह स्पष्ट हो गया। यही कारण है कि मैंने प्रदर्शन का सहारा लिया और बाद में अनशन किया और अब मैं चुनावों पर एक निर्णय करने पर बाध्य हुआ हूं।”

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