अगरतला ।। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अगले सप्ताह होने वाली एक बैठक में अपने बांग्लादेशी समकक्षों से कहेगा कि वह भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के उग्रवादियों द्वारा बांग्लादेश की सीमा में स्थापित किए गए ठिकानों को नष्ट करे।
यह जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को यहां दी। बीएसएफ और बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक मेघालय की राजधानी शिलांग में 12-15 दिसम्बर को होगी। इस बैठक में आतंकवाद, घुसपैठ, सीमा पर होने वाले अपराध और सीमा सम्बंधी अन्य समस्याओं से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई जाएगी।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने यहां संवाददाताओं को बताया, “यद्यपि बीजीबी और बांग्लादेशी सुरक्षा बलों ने अपनी सीमा में पनाह लिए भारतीय आतंकवादियों के खिलाफ पहले ही कुछ कार्रवाई की है, फिर भी दक्षिण पूर्व बांग्लादेश और सिलहट में चटगांव के पहाड़ी इलाकों में तथा अन्य क्षेत्रों में पूर्वोत्तर के आतंकवादियों के 50 से अधिक शिविर मौजूद हैं।”
अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “ज्यादातर असम, मणिपुर, त्रिपुरा और मेघालय से सम्बंधित अलगाववादी संगठनों के कुछ स्थायी और कुछ अस्थायी शिविर भारत से लगे बांग्लादेशी इलाके में स्थित हैं।”
अधिकारी ने कहा, “बीएसएफ के अधिकारी अपने बांग्लादेशी समकक्षों से भारतीय आतंकवादियों और दोषी करार दिए गए भारतीय नागरिकों को सौंपने के लिए भी कहेंगे।”
अधिकारी ने कहा, “भारतीय आतंकवादियों के खिलाफ बांग्लादेशी सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाई के बाद विभिन्न संगठनों के ढेर सारे आतंकवादियों ने पड़ोस के म्यांमार में शरण ले रखी है।”
बीएसएफ के महानिरीक्षक (आईजी मुख्यालय) एस.के. मिश्रा बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। जबकि बांग्लादेशी दल का नेतृत्व बीजीबी के उपमहानिदेशक ब्रिगेडियर जनरल अबु सईद खान करेंगे।