पटना ।। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी ‘सेवा यात्रा’ के दौरान किसी भी गांव का औचक निरीक्षण कर सकते हैं। यात्रा के दौरान वह एक जिले में दो से चार दिन तक रूकेंगे। नौ नवम्बर से शुरू होने वाली नीतिश की इस यात्रा को लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री सचिवालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पश्चिम चंपारण जिले से नौ नवम्बर से प्रारम्भ होने वाली इस यात्रा के प्रथम चरण में वह 10 जिलों का भ्रमण करेंगे।
यात्रा के दौरान अधिकारियों को मुख्यमंत्री के जिले में जाने की जानकारी तो होगी परंतु वहां से वह किस प्रखण्ड में और किस पंचायत में जाएंगे इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी। मुख्यमंत्री अचानक किसी गांव में पहुंचेंगे और वहां की विकास योजनाओं का जायजा लेंगे। योजनाओं की समीक्षा के बाद हर जिले में एक सभा होगी।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य राज्य में अच्छे सुशासन, विकास योजनाओं की समीक्षा और प्राचीन तथा ऐतिहासिक स्थलों का विकास और पौधारोपण अभियान को बढ़ावा देना है।
राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव ने सेवा यात्रा की तैयारी के लिए सभी विभागों और सम्बंधित जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है। जन शिकायत निवारण विभाग को अन्य यात्राओं में मिली शिकायतों के निपटारे के अद्यतन रिपोर्ट तैयार करने का भी निर्देश दे दिया गया है। यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के भी आदेश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अब तक विकास यात्रा, न्याय यात्रा, प्रवास यात्रा, धन्यवाद यात्रा निकालकर लोगों के बीच जा चुके हैं।