नई दिल्ली ।। विपक्षी दलों ने दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर बुधवार को हुए बम विस्फोट के पीछे की सुरक्षा खामी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और इस घटना की गहन जांच कराने की मांग की है।

इस विस्फोट में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 45 लोग घायल हुए हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, “आतंकवादियों ने आकर उच्च न्यायालय के व्यस्ततम द्वार पर हमला कर दिया, और दिल्ली पुलिस व सरकार के पास इसकी कोई जानकारी नहीं। यह खेदजनक है।”

प्रसाद ने कहा, “यह बहुत पीड़ादायक व दुखद है कि दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर चार महीने के भीतर दूसरी बार विस्फोट की घटना घटी है।”

वामदलों ने भी इस बयान की तर्ज पर कहा कि यह केंद्रीय गृह मंत्रालय व दिल्ली पुलिस की विफलता है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा ने कहा, “मैं इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय की विफलता मानता हूं।”

राजा ने कहा, “हमें इस बात की जांच करने की आवश्यकता है कि इस तरह की घटनाएं बार-बार कैसे घट रही है। सरकार को इस बात की जांच करनी चाहिए कि यह खुफिया तंत्र की विफलता है या नीतिगत असफलता।”

भाकपा नेता गुरुदास दासगुप्ता ने इसे दिल्ली पुलिस की विफलता बताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार है।”

ज्ञात हो कि व्यस्त समय में सुबह लगभग 10.30 बजे विस्फोट उच्च न्यायालय परिसर के द्वार संख्या-5 के बाहर हुआ। इस द्वार पर आमतौर पर भीड़ रहती है।

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