नई दिल्ली ।। दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी को एक अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि पूर्व समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अमर सिंह की जमानत पर फैसला बुधवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया।

कुलकर्णी विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल की अदालत के समक्ष पेश हुए। इसके पहले अदालत ने उन्हें गत छह सितम्बर और 19 सितम्बर को पेश होने के लिए कहा था लेकिन अमेरिका में होने के चलते वह दोनों तिथियों पर उपस्थित नहीं हो सके।

कुलकर्णी ने अंतरिम जमानत की अर्जी दी थी लेकिन अदालत ने अर्जी खारिज करते हुए उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया।

ज्ञात हो कि अदालत ने 19 सितम्बर को कुलकर्णी के वकील को आगाह किया था कि यदि वह अगली तिथि पर पेश नहीं होते हैं तो अदालत उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करेगी।

वहीं, अदालत के समक्ष पेश होने से पहले तीस हजारी न्यायालय परिसर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कुलकर्णी ने कहा कि उन्होंने एक रहस्य उजागर किया और उनका यह प्रयास भ्रष्टाचार पर से पर्दा उठाना था।

कुलकर्णी ने कहा, “मेरे खिलाफ लगा आरोप झूठा और राजनीति से प्रेरित है। इस पूरे प्रकरण में मेरी भूमिका भ्रष्टाचार पर से पर्दा उठाने की रही है।”

उन्होंने कहा, “भाजपा के तीन सांसदों और सुहैल हिंदुस्तानी के साथ मैंने जुलाई 2008 में लोकसभा में विश्वास प्रस्ताव के दौरान जीत सुनिश्चित करने के लिए तत्कालीन सरकार द्वारा की गई सांसदों की खरीद-फरोख्त पर से पर्दा उठाने का प्रयास किया।”

कुलकर्णी ने यह भी कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं किसी से बचते नहीं फिर रहा हूं। यदि भ्रष्टाचार का पर्दाफाश ेकरना गुनाह है तो मैं जेल जाने के लिए तैयार हूं।”

भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कहा, “इस प्रकरण का फायदा उठाने वाले चुप्पी साधे हुए हैं और किसी भी तरह की जांच से दूर हैं जो भारी चिंता का विषय है।”

दूसरी ओर, अदालत ने इस मामले में आरोपी अमर सिंह की जमानत पर फैसला बुधवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया, जबकि अंतरिम जमानत एक दिन के लिए बढ़ा दी।

राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद मूत्र सम्बंधी संक्रमण, डायरिया, शरीर में पानी की कमी, तनाव, मधुमेह जैसी समस्याओं की वजह से एम्स में भर्ती कराया गया था। उनकी अंतरिम जमानत पहले मंगलवार तक के लिए बढ़ा दी गई थी।

मंगलवार को उनकी अंतरिम जमानत बुधवार तक के लिए बढ़ाते हुए विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति सम्बंधी उनकी याचिका भी खारिज कर दी।

अमर सिंह की ओर से पेश वरिष्ठ वकील हरिहरन ने कहा कि 55 वर्षीय नेता अस्वस्थ हैं और विभिन्न रोगों से ग्रस्त हैं।

उन्होंेने कहा कि अमर सिंह जमानत मिलने पर देश तथा विदेश के निजी अस्पतालों में अपना इलाज कराना चाहते हैं।

अदालत ने हालांकि उनकी दलील को काटते हुए कहा कि सिंह की स्थिति पर एम्स में बेहतर ढंग से नजर रखी जा सकती है।

सिंह ने सोमवार को अदालत में याचिका दाखिल कर इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति मांगी थी।

ज्ञात हो कि वर्ष 2008 में हुए वोट के लिए नोट मामले में अमर को छह सितम्बर को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने पहले उन्हें 19 सितम्बर तक के लिए अंतरिम जमानत दी थी और उन्हें 2,00,000 रुपये का मुचलका जमा करने को कहा था। उसके बाद अदालत ने स्वास्थ्य के आधार पर अमर की अंतरिम जमानत 27 सितम्बर तक के लिए बढ़ा दी थी।

अदालत ने एम्स से अमर के स्वास्थ्य की स्थिति पर प्रतिदिन रिपोर्ट सौंपने को कहा था।

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