नई दिल्ली ।। संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव जोआन क्लॉस ने यहां गुरुवार को कहा कि भारत की आबादी 30 वर्षो में दोगुनी हो जाने का अनुमान है, इसलिए शहरी मुद्दों पर तुरंत ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।

क्लॉस संयुक्त राष्ट्र मानव पर्यावास कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक भी हैं। उन्होंने कहा, “इस वर्ष अक्टूबर के अंत तक विश्व की आबादी सात अरब की संख्या को पार करने को तैयार है। विश्व के 50 फीसदी लोग शहरों में रहते हैं। भारत की शहरी आबादी भी 30 वर्षो में दोगुनी हो जाएगी।”

विश्व पर्यावास दिवस तीन अक्टूबर से पूर्व एक संवाददाता सम्मेलन में क्लॉस ने शहरी भारत में भूमि के संकट पर चिंता प्रकट की।

उन्होंने कहा, “किसी भी आबादी के लिए सबसे पहले भूमि की जरूरत पड़ती है और शहरों की चिरकालिक प्रगति की जरूरत है। हमें बेहतर शहरी योजना और डिजाइनिंग की आवश्यकता है, क्योंकि शहरों की भविष्यगत प्रगति के लिए यह महत्वपूर्ण है।”

संयुक्त राष्ट्र के पर्यावास कार्यक्रम के लिए भारत को एक ‘रणनीतिक साझेदार’ बताते हुए क्लॉस ने कहा, “भारत एक महान देश है और विश्व के अन्य शहरों को भेंट देने के लिए इसके पास बहुत कुछ है। इस देश को दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।”

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