रालेगण सिद्धि ।। प्रभावी लोकपाल के लिए आंदोलन चलाने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे ने शुक्रवार को कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण को टीम में बनाए रखने पर विचार किया जाएगा।
प्रशांत भूषण के कश्मीर पर दिए गए बयान से खुद को अलग करते हुए अन्ना ने कहा कि कश्मीर में जनमत संग्रह कराना टीम अन्ना का नहीं बल्कि अधिवक्ता का निजी विचार है।
रालेगण सिद्धि में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अन्ना ने कहा, “कश्मीर पर प्रशांत भूषण द्वारा दिया गया बयान उनका निजी विचार है, इससे अन्ना की टीम का कोई लेना देना नहीं है। हमारी टीम जनलोकपाल विधेयक, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, राइट टू रिजेक्ट, रिकॉल और विकेन्द्रीकरण के मुद्दे के लिए बनायी गई थी। इसके अलावा हम किसी और विषय पर बात नहीं कर सकते।”
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रशांत भूषण अन्ना टीम के सदस्य बने रहेंगे, तो अन्ना ने कहा कि इस बारे में विचार किया जाएगा।
अन्ना ने कहा कि कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और आगे भी बना रहेगा। उन्होंने अपने सहयोगी प्रशांत को सलाह देते हुए कहा कि इस तरह के बयान देने से पहले उन्हें अन्ना टीम से इजाजत लेनी चाहिए और टीम की तरफ से उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।
अन्ना ने कहा कि हम भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण चाहते हैं और हमारी यह कोशिश जारी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि कश्मीर मसले पर प्रशांत भूषण के बयान से नाराज श्री राम सेना के कुछ कार्यकर्ताओं ने बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय परिसर में बने उनके चैम्बर में उनकी पिटाई कर दी थी। प्रशांत ने कश्मीर में जनमत संग्रह कराए जाने की बात कही थी।