नई दिल्ली, Hindi7.com ।। कॉमनवेल्थ खेल आयोजन घोटाले में कलमाड़ी व उनके सहयोगियों के फंसने के बाद, अब दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी इसकी चपेट में आती लग रही हैं। संसद में पेश होने वाली कैग [CAG] की रिपोर्ट में कॉमनवेल्थ खेलों के कुछ ठेकों में गड़बड़ियों के लिए दिल्ली की शीला दीक्षित सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया है।

अपने ऊपर लग रहे आरोपों के जवाब में शीला दीक्षित ने कहा है कि संसद में कैग रिपोर्ट पेश होने के बाद ही, वह कोई टिप्पणी देंगी।

कॉमनवेल्थ खेलों पर कैग [CAG] की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्ट्रीट लाइट्स का ठेका बड़े पैमाने कंपनी “स्पेज एड्ज” को दिया गया, जबकि वह पहले ही संतोषजनक कार्य करने में असफल रहा था। इस कंपनी को गलत ढंग से ठेका दिया गया। इससे पहले इस कंपनी ने ठेके के लिए शीला दीक्षित से अपील की थी।

इसके अलावा लाइट्स के लिए ठेका कहीं ज्यादा कीमत पर दिया गया, जिससे सरकार को 31 करोड़ रूपये का चूना लगा। इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि स्ट्रीट स्केपिंग पर भी सरकारी एजेंसियों ने जरूरत से अधिक खर्च किए, जिससे सरकार को 100 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है।

 

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