नई दिल्ली ।। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि आने वाले वर्षो में भारत में कच्चे तेल और गैस की बढ़ती मांग पूरी करने में अमेरिका प्रमुख भूमिका निभाएगा।

केंद्रीय वित्त मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार तीसरे भारत-अमेरिका हाइड्रोकार्बन सम्मेलन का यहां शुकवार को उद्घाटन करते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने के लिए तेल और गैस में इक्विटी हासिल करने में दिलचस्पी रखता है। 

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में भारत और अमेरिका दीर्घकालिक साझेदारी निभाएंगे और आने वाले दिनों में भारतीय कम्पनियां अमेरिका में और अमेरिकी कम्पनियां भारत में अधिक निवेश करेंगी। 

मुखर्जी ने कहा कि आज मिस्र, केन्या, उगांडा, तंजानिया और मॉरीशस सहित करीब 24 देशों में भारत की तेल कम्पनिया मौजूद हैं। विदेशों में हमारे सार्वजनिक क्षेत्र के तेल उपक्रमों का निवेश करीब 13 अरब अमेरिकी डॉलर है, जिसमें सूडान और म्यांमार में दो पाइप लाइन योजनाएं शामिल हैं। 

सम्मेलन का आयोजन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और फिक्की ने संयुक्त रूप से किया। 

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