नई दिल्ली ।। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के सम्बंधों को लेकर उनकी विश्वसनीयता पर संदेह खड़ा करते हुए मंगलवार को पूछा कि जब संसद ने लोकपाल विधेयक पर उनकी मांगों का समर्थन किया है, तो फिर वह कांग्रेस का विरोध क्यों कर रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने एक खुले पत्र में अन्ना से कहा है, “आपका यह बयान जिसमें आपने कहा है कि आपको यह जानकारी नहीं है कि आरएसएस ने आपके आंदोलन का समर्थन किया है, आपकी विश्वसनीयता पर संदेह खड़ा करता है।”
दिग्विजय ने कहा है, “जब भी मैंने यह बात कही है कि आपके भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में आरएसएस शामिल हैं, तो आपने कहा है कि मुझे पागलखाने भेज दिया जाए।”
दिग्विजय ने अन्ना के हाल के उस बयान पर सवाल खड़ा किया है, जिसमें उन्होंने हिसार लोकसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ वोट देने की जनता से अपील की है। सिंह ने कहा है, “यदि आप भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में भ्रष्ट लोगों को साथ रखते हैं, तो भ्रष्टाचार कैसे समाप्त होगा।”
सिंह ने अन्ना से कहा है कि उन्हें संसद पर भरोसा रखना चाहिए। संसद ने भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल विधेयक पर उनकी तीन मांगों का समर्थन किया है। सिंह ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया है कि इसके बाद भी वह आखिर जनता से कांग्रेस के खिलाफ वोट देने के लिए क्यों कह रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि अच्छा तो यह होता कि अन्ना जैसे साफ-सुथरे लोग मुख्यधारा की राजनीति में शामिल होते। सिंह ने कहा, “आपको समझना चाहिए कि आपके निर्णयों से किसे लाभ हो रहा है। जब आप कांग्रेस का विरोध करते हैं, तो आप किसके साथ खड़े दिखाई देते हैं।”