हैदराबाद ।। अवैध खनन मामले में गिरफ्तारी की आशंका के मध्य आंध्र प्रदेश सरकार की एक उच्च अधिकारी की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष गुरुवार को पेशी हुई। मामले में कर्नाटक के पूर्व मंत्री जी. जनार्दन रेड्डी की कम्पनी लिप्त है।

मामले में चौथी आरोपी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी वाई. श्रीलक्ष्मी पूछताछ के लिए कोटी स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंचीं। जांच अधिकारियों ने बताया कि यह पूछताछ शाम तक चल सकती है और श्रीलक्ष्मी को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

वर्तमान में परिवाण कल्याण आयुक्त श्रीलक्ष्मी ने पूर्व में उद्योग सचिव रहते हुए रेड्डी बंधुओं की ओबलापुरम खनन कम्पनी को अनंतपुर जिले में खनन का पट्टा दिया था। श्रीलक्ष्मी से सीबीआई ने पहले भी कई बार पूछताछ कर चुकी है और वह इन दिनों अवकाश पर हैं।

सीबीआई ने पिछले शनिवार को मामले के तीसरे आरोपी खनन निदेशक वी.डी. राजगोपाल को गिरफ्तार कर अवैध खनन मामले में उनसे पूछताछ कर रही है।

इससे पहले जनार्दन रेड्डी एवं ओबलापुरम कम्पनी के प्रबंध निदेशक बी.वी. श्रीनिवास रेड्डी चंचलगुडा जेल में बंद हैं।

सीबीआई का मानना है कि अनंतपुर अवैध खनन मामले में कई और लोकसेवक लिप्त हैं।

श्रीलक्ष्मी ने किसी भी अनियमितता से इंकार किया है और सीबीआई से कहा कि उन्होंने नियमों के अनुसार निर्णय लिया।

सीबीआई ने 2004-09 के दौरान तत्कालीन खनन मंत्री एवं वर्तमान में गृहमंत्री सबिता रेड्डी से भी पूछताछ की है।

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