नई दिल्ली ।। इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) की महत्वपूर्ण बैठक दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद में शनिवार को होगी। इस बैठक में हालांकि कई प्रमुख सदस्य शामिल नहीं होंगे। इस बीच, संगठन की कोर कमेटी के सदस्य कुमार विश्वास ने कमेटी को भंग कर इसकी जगह बड़ी समिति बनाने का सुझाव दिया है।

यह बैठक आईएसी के सदस्यों अरविंद केजरीवाल तथा किरण बेदी के खिलाफ लगे वित्तीय अनियमितता के आरोपों और प्रशांत भूषण द्वारा कश्मीर में जनमत संग्रह के समर्थन में दिए गए बयान तथा उसके बाद उन पर हुए हमले पर चर्चा के लिए बुलाई गई है।

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने ‘स्वास्थ्य कारणों’ से बैठक में शामिल नहीं होने की बात कही है, वहीं दो अन्य महत्वपूर्ण सदस्य- संतोष हेगड़े और मेधा पाटकर और देविंदर शर्मा भी अलग-अलग कारणों से बैठक में शामिल नहीं होंगे।

दो अन्य सदस्य गांधीवादी कार्यकर्ता पी.वी. राजागोपाल और मैगसेसे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह आंदोलन को केजरीवाल द्वारा राजनीतिकरण किए जाने का आरोप लगाते हुए हाल ही में इस्तीफा दे चुके हैं।

एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में पाटकर ने कहा कि वह बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी मुद्दों पर स्वतंत्र तथा निष्पक्ष ढंग से चर्चा होगी।

मौन व्रत पर चल रहे अन्ना हजारे के एक सहयोगी ने रालेगण सिद्धि में बताया कि वह गाजियाबाद में होने वाली आईएसी की कोर कमेटी की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि उनका ‘स्वास्थ्य’ ठीक नहीं है। गुरुवार को अन्ना हजारे ने अपने ब्लॉग पर लिखा था, “मेरा स्वास्थ्य अब भी मुझे मौन व्रत तोड़ने की अनुमति नहीं देता। मेरे पैर में अब भी सूजन है और घुटने मुझे परेशान कर रहे हैं।”

उधर, बेंगलुरू में संवाददाताओं से बातचीत में हेगड़े ने कहा कि मुम्बई में व्यक्तिगत व्यस्तताओं की वजह से वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अन्ना की वास्तविक ताकत आम लोग हैं, न कि कोर कमेटी के कुछ सदस्य। उन्होंने खुद को टीम अन्ना के साथ बताया, लेकिन केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और प्रभावी लोकपाल को लेकर। उन्होंने साफ कहा, “इस मुद्दे के अतिरिक्त मैं किसी भी व्यक्ति के साथ नहीं हूं।”

इस बीच, अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा कि चूंकि आईएसी एक पंजीकृत संगठन नहीं है, इसलिए इसके नाम पर बैंक खाते नहीं खुल सकते।

केजरीवाल ने अगस्त में जनलोकपाल विधेयक की मांग को लेकर रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के 12 दिन के अनशन के दौरान जनता से अनुदान के रूप में मिले 70-80 लाख रुपये अपने ट्रस्ट पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन के लिए लेने के आरोपों के जवाब में आईएएनएस से कहा कि आईएसी आंदोलन है, पंजीकृत संगठन नहीं और इसलिए इसके नाम पर बैंक खाता नहीं खुल सकता।

उधर, विश्वास ने अन्ना हजारे को पत्र लिखकर कोर कमेटी को भंग कर इसके स्थान पर नई समिति बनाने की सलाह दी है। उनके अनुसार, “अधिकतर समय कोर कमेटी के खिलाफ लगने वाले आरोपों का जवाब देने में जाया हो रहा है। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मौजूदा कोर कमेटी को भंग कर दें और इसके स्थान पर नई समिति बनाएं।”

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here