नई दिल्ली ।। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को ताजा आर्थिक विकास दर के कमजोर आंकड़े पर चिंता जताई और कहा कि सरकार स्थिति में सुधार लाने की पूरी कोशिश करेगी।

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 6.9 फीसदी रही, जो पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में 8.4 फीसदी थी। विनिर्माण और खनन क्षेत्र के सुस्त प्रदर्शन से आलोच्य अवधि में विकास दर कम रही।

वर्तमान कारोबारी साल की पहली छमाही में भी देश की आर्थिक विकास दर घटकर 7.3 फीसदी रही, जो पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में 8.6 फीसदी थी।

कमजोर आंकड़े पर प्रतिक्रिया देते हुए मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, “यदि यह 10 साल पहले होता, तो मैं काफी खुश होता, लेकिन अब हम बेहतर विकास दर हासिल करने के बाद नीचे फिसल रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “फिर भी हमें स्थिति को स्वीकार करना होगा और यह देखना होगा कि इस स्थिति से निपटने के लिए क्या कर सकते हैं।”

मुखर्जी ने कहा कि विनिर्माण और खनन क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन के कारण पिछली दो तिमाही में विकास दर कम रही।

सितम्बर 2011 को समाप्त तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर 2.7 फीसदी रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 7.8 फीसदी थी।

आलोच्य अवधि में खनन क्षेत्र की विकास दर 3.2 फीसद रही, जो पिछले साल की समान अवधि में आठ फीसदी थी।

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