नई दिल्ली, Hindi7.com ।। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन ने कहा है कि मुंबई तट के समीप डूब रहे मालवाहक जहाज एमवी रैक से रिसते तेल के कारण आस-पास के तटीय क्षेत्रों के पर्यावरण को थोड़ा बहुत नुकसान जरूर पहुंच सकता है, लेकिन इसके कोई गंभीर परिणाम नहीं होंगे। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से तटीय क्षेत्र के नमूने एकत्र करने के लिए कह दिया गया है।

जयंती ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को बताया कि मैंने अपने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मामले की समीक्षा की है। अभी तक इस घटना के कोई गंभीर परिणाम निकलते हमें नहीं दिख रहे हैं। बहरहाल, हम हालात पर सतत नजर रखे हुए हैं। जहां तक तथ्यों की बात है, तो इस मामले पर तट रक्षक बल नजर रख रहे हैं।

गौरतलब है कि मुंबई के नजदीक पिछले दिनों मालवाहक जहाज एमवी रैक के डूबने के बाद से उससे लगातार तेल का रिसाव हो रहा है। धीरे-धीरे तेल मुंबई शहर के तटों पर पहुंच गया है।

तट रक्षक की रिपोर्टों के हवाले से जयंती ने कहा कि तेल एक से दो टन प्रति घंटे की दर से रिस रहा है। मैंने स्थानीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से नमूने लेने को कहा है। अब तक चिंता का कोई कारण नहीं है। समुद्री जल में तेल की मौजूदगी के कुछ अन्य कारण भी हैं।

उन्होंने कहा कि तट रक्षक ने रिसाव का प्रभाव कम करने के लिए 600 लीटर से अधिक एयरोसोल का छिड़काव किया है। जयंती ने कहा कि स्थानीय मछुआरों को खराब मौसम के कारण 15 अगस्त तक गहरे समंदर में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

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