चेन्नई ।। पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने लोगों से कहा है कि कुडनकुलम परमाणु विद्युत संयंत्र से रंचमात्र भी भयभीत नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा है कि संयंत्र के चार बुनियादी सुरक्षा मानक जांचे जा चुके हैं और पाया गया है कि वे उचित तरीके से काम कर रहे हैं।

कलाम ने अपने सहयोगी वी. पोनराज द्वारा तैयार की गई एक रपट में सुझाव दिया है, “ऐसे समय में जब कुडनकुलम में 2,000 मेगावाट परमाणु विद्युत परियोजना को लेकर बहस चल रही हो, लोगों को रिएक्टर के बारे में सच्चाइयों को सहज एवं वैज्ञानिक तरीके से बताने की आवश्यकता है।”

पोनराज ने आईएएनएस से कहा कि यह रपट राज्य एवं केंद्र सरकारों को सौंपी गई है। पूर्व परमाणु एवं प्रक्षेपास्त्र वैज्ञानिक कलाम के अनुसार लोगों को रंच मात्र भी भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है।

कलाम ने कहा है कि कुडनकुलम परमाणु विद्युत संयंत्र (केएनपीपी), किसी परमाणु विद्युत संयंत्र के चार बुनियादी सुरक्षा मानक से कहीं अधिक संतोषजनक है। ये चार बुनियादी सुरक्षा मानक हैं- परमाणु नाजुकता सुरक्षा, विकिरण सुरक्षा, तापीय हाइड्रोलिक सुरक्षा, और संरचनात्मक अखंडता सुरक्षा।

रपट में कहा गया है कि भारत के कहने पर रूसी रिएक्टर में खासतौर से पैसिव हीट रिमूवल प्रणाली लगाई गई है।

कलाम ने कहा है कि केएनपीपी दूसरे दर्जे के भूकम्प सम्भावित क्षेत्र (सिस्मिक जोन-2) में आता है। इसलिए वहां रिक्टर पैमाने पर छह तीव्रता वाले भूकम्प की कोई सम्भावना नहीं है।

रपट में कहा गया है कि रिएक्टर की इमारत इस तरीके से बनाई गई है कि ऐसे किसी भूकम्प से बचा जा सकता है। सूनामी के खतरे पर रपट में कहा गया है कि यह स्थान सूनामी के उद्गम स्थल से लगभग 1,500 किलोमीटर दूर है। लिहाजा भौगोलिक और वैज्ञानिक रूप से इस बात का कोई आधार नहीं बनता कि सुनामी कुडनकुलम तट को स्पर्श कर सके। यदि कोई सुनामी आती भी है तो लहरों की ताकत कुडनकुलम स्थल तक पहुंचने से पहले समाप्त हो जाएगी।

रपट में कहा गया है कि सुनामी आने पर 5.44 मीटर से ऊंची लहरें नहीं उठेंगी, जबकि रिएक्टर 8.7 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, टरबाइन संयंत्र 8.1 मीटर की ऊंचाई पर है, डीजल जनरेटर 9.3 मीटर की ऊंचाई पर हैं, और स्विच यार्ड 13 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

कलाम के अनुसार, भूकम्प या सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में रिएक्टर तीन मिनट के अंदर अपनेआप बंद हो जाएंगे। रपट में कहा गया है कि रिएक्टरों में एक प्रभावी पैसिव हीट रिमूवल प्रणाली लगी हुई है और विकिरण लीक होने की कोई आशंका नहीं है।

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