नई दिल्ली ।। पश्चिम बंगाल और झारखण्ड की सीमा पर प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के शीर्ष नेता मलोजुला कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी के गुरुवार को एक पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद नक्सली हिंसा से ग्रसित राज्यों बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश में शुक्रवार को हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया।

नक्सली हमले की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित किया गया। बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने शुक्रवार को बताया कि किशनजी के मारे जाने का राज्य में कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके बावजूद ऐहतियातन सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई है। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। रेल प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है तथा पटरियों पर गश्त तेज करने का निर्देश दिया गया है।

ओडिशा में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “सुरक्षित स्थान पाने के लिए नक्सली सीमा पार कर यहां प्रवेश कर सकते हैं। हमने पुलिस व सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के लिए कहा है। मयूरभंज जिले में खास सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।” मयूरभंज पश्चिम बंगाल की सीमा के नजदीक है। ओडिशा के 30 जिलों में नक्सली सक्रिय हैं।

छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षा की दृष्टि से अलर्ट जारी कर दिया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक राम निवास ने बताया, “नक्सली हमला कर सकते हैं। वैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षाकर्मियों से किशनजी की मौत के बाद अधिक सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।” पुलिस को डर है कि नक्सली थानों व 40,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके में आम लोगों को निशाना बना सकते हैं। बस्तर के आंतरिक इलाकों में नक्सलियों की समानांतर सरकार चलती है।

रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “पश्चिमी छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, रायपुर के जंगली इलाकों और महासमुंद के अलावा बस्तर क्षेत्र के पांच जिलों में नक्सली हिंसा की आशंका है।” उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर जिलों के घने वन क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा बलों को छोटी पुलिस चौकियों व सरकारी संस्थानों पर तैनाती के लिए कहा गया है, वहां हमले की ज्यादा आशंका है।

आंध्र प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। आंध्र-ओडिशा की सीमा पर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। यहां नक्सलियों की सूची में शामिल राजनेताओं व अन्य को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। ओडिशा की सीमा से लगे उत्तरी तटीय क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले आंध्र पुलिस के ग्रेहाउंड्स कार्यबल ने ऐहतियात के तौर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस जनजातीय इलाकों में वाहनों की भी जांच कर रही है।

उत्तरी आंध्र के विजयानगरम, श्रीकाकुलम और विशाखापट्टनम जिले में पुलिस थानों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। नायडू इस समय विशाखापट्टनम जिले की यात्रा पर हैं। साल 2003 में नक्सलियों ने नायडू की हत्या का प्रयास किया था लेकिन तब वह सुरक्षित बच गए थे।

छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे खम्माम जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। महाराष्ट्र की सीमा से लगे इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। किशनजी के गृह जिले करीमनगर में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

पचपन वर्षीय मलोजुला कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का तीसरा बड़ा नेता था। पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले में बुरिशोल वन में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में वह मारा गया था।

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