कोलकाता ।। तेलुगू के क्रांतिकारी कवि और नक्सलियों के समर्थक पी. वारवरा राव ने नक्सल नेता किशनजी को पश्चिम बंगाल में पुलिस हिरासत में ‘यातनाएं’ देने और फिर उसकी ‘हत्या’ किए जाने का आरोप लगाया।

किशनजी के शव की पहचान के लिए उसकी भतीजी दीपा के साथ आंध्र प्रदेश से कोलकाता पहुंचे राव ने यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “उसे परसों (बुधवार को) गिरफ्तार किया गया था, पुलिस ने उसे हिरासत में रखा और यातनाएं दीं। इसके बाद उसे फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया।”

वहीं, सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि किशनजी गुरुवार को पश्चिमी मिदनापुर जिले के बुरीशोले गांव में 30 मिनट तक दोनों पक्षों की ओर से हुई गोलीबारी में मारा गया।

किशनजी का शव पोस्टमार्टम के लिए मिदनापुर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में ले जाया गया है। राव ने किशनजी की हत्या का दावा करते हुए इसकी जांच कराने की मांग की कि वह किस तरह मारा गया।

उन्होंने किशनजी का शव अंतिम संस्कार के लिए उसके जन्मस्थान पर भेजने की मांग की। इससे पहले राव ने किशनजी का शव कोलकाता लाने को कहा था।आईएएनएस से बातचीत में राव ने कहा, “प्रशासन को किशनजी का शव संरक्षित रखना चाहिए। इसे कोलकाता लाया जाना चाहिए, ताकि दीपा उसकी पहचान कर सके। पोस्टमार्टम इस शहर में किया जाना चाहिए।”

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