पश्चिमी मिदनापुर (पश्चिम बंगाल) ।। शीर्ष नक्सली नेता किशनजी के गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद शनिवार को उसकी भतीजी दीपा राव ने शव की पहचान कर ली है।
नक्सली विचारक पी. वरवारा राव ने यह जानकारी दी। राव ने आईएएनएस को बताया, “दीपा ने शव की पहचान कर ली है। यह किशनजी का शव है। शनिवार को पोस्टमार्टम हो जाने के बाद शव कोलकाता ले जाया जाएगा। वहां कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद शव आंध्र प्रदेश ले जाया जाएगा।”
किशनजी का शव मिदनापुर मेडीकल कॉलेज अस्पताल में रखा गया है, जहां शव-परीक्षण होगा।
दीपा व राव किशनजी के शव की पहचान करने व उसे अपने साथ ले जाने के लिए यहां आए हुए हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को किशनजी के परिवार के साथ विचार-विमर्श के बाद सभी औपचारिकताएं पूरी होने पर उनका शव आंध्र प्रदेश भेजे जाने का निर्णय लिया था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा, “उनका शव भेजा जा रहा है।”
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि झारखण्ड की सीमा से 10 किलोमीटर की दूरी पर पश्चिमी मिदनापुर जिले के बुरिशोल में गुरुवार को एक मुठभेड़ में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के पोलितब्यूरो सदस्य किशनजी की मौत हुई थी। किशनजी का वास्तविक नाम मलोजुला कोटेश्वर राव था।
राव का आरोप है कि सुरक्षा बलों ने फर्जी मुठभेड़ में किशनजी की हत्या की है। नक्सलियों ने अपने नेता की हत्या के विरोध में शनिवार से दो दिवसीय प्रदेश बंद का आह्वान किया है।