बेंगलुरू ।। विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा ने मंगलवार को भारत को यूरेनियम बेचने की आस्ट्रेलियाई पहल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इससे देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सहायता मिलेगी।

बेंगलुरू में मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कृष्णा ने कहा, “हम इस बात को समझते हैं कि आस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड भारत की ऊर्जा जरूरतों और परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) समझौते को लेकर भारत के बेदाग रिकॉर्ड को दखते हुए यूरेनियम बेचे जाने को लेकर सत्ताधारी लेबर पार्टी की नीति में बदलाव की पक्षधर हैं।”

आस्ट्रेलिया के इस महत्पवूर्ण कदम की सराहना करते हुए कृष्णा ने कहा कि भारत और आस्ट्रेलिया के बीच काफी गहरे रिश्ते हैं। उन्होंने कहा, “हमारे द्विपक्षीय सम्बंधों के बीच ऊर्जा क्षेत्र काफी अहम स्थान रखता है।”

इससे पहले गिलार्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ‘गतिशील और लोकतांत्रिक भारत’ के साथ मजबूत सम्बंध बनाना चाहती हैं।

समाचार पत्र ‘द एज’ में मंगलवार को छपी एक रपट के मुताबिक जूलिया ने कहा, “सत्ताधारी लेबर पार्टी को अपनी नीतियों को आधुनिक बनाने के साथ गतिशील और लोकतांत्रिक भारत के साथ अच्छे सम्बंध बनाने की आवश्यकता है।”

आस्ट्रेलिया की व्यापार और राजनीतिक मजबूरियों के बावजूद लेबर पार्टी का वामपंथी धड़ा यह चाहता है कि भारत के खिलाफ यह प्रतिबंध जारी रहे।

गौरतलब है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान गिलार्ड भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिली थीं। इस दौरान उनकी पार्टी के कई सदस्यों ने भारत के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने का आग्रह किया था।

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