चेन्नई ।। तमिलनाडु स्थित कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) की सुरक्षा पर स्थानीय निवासियोंे के भय को दूर करने के लिए गठित केंद्र सरकार की समिति तीन हफ्ते में बैठक कर विरोधियों एवं अन्य लोगों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर अपने जवाबों के विषय में चर्चा करेगी।

केएनपीपी पर गठित 15 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति के संयोजक ए.ई. मुथुयंगम ने शनिवार को आईएएनएस से कहा, “समिति ‘पीपल्स मूवमेंट एगेंस्ट न्युक्लियर इनर्जी'(पीएमएएनई) के सदस्यों द्वारा उठाए मुद्दों का अध्ययन कर रही है। ये मुद्दे राज्य सरकार द्वारा नियुक्त समिति के साथ बैठक के समय उठाए गए थे।”

उन्होंने कहा, “हम राज्य सरकार की समिति के सदस्यों से मिलने के लिए तैयार है लेकिन दूसरे संगठन के सदस्यों से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि सरकार से इसकी अनुमति नहीं मिल जाती।”

भारतीय परमाणु विद्युत निगम द्वारा तिरुनेलवेली जिले में 1000 मेगावॉट क्षमता के परमाणु रिएक्टर का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीणों ने सुरक्षा कारणों से परियोजना के कार्य को ठप्प कर दिया। इस मुद्दे पर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग समितियों का निर्माण किया गया है। राज्य समिति ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पीएमएएनई के सदस्य भी शामिल हैं।

पीएमएएनई चाहती है कि केंद्रीय समिति के सदस्य स्थानीय लोगों से मिलें और उन्हें सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को समझाएं। 

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here