नई दिल्ली ।। पाकिस्तान से भारत आए करीब 7,691 पाकिस्तानी और 32,644 बांग्लादेशी नागरिक वीजा अवधि समाप्त होने के बाद अभी भी अवैध रूप से यहां रह रहे हैं। यह खुलासा सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है। 

सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष चंद्र अग्रवाल की ओर से दायर की गई अर्जी के जवाब में गृह मंत्रालय के विदेश प्रभाग की ओर से यह जानकारी मुहैया करायी गई है।

विदेश प्रभाग के मुताबिक केवल वर्ष 2009 तक के ही आंकड़े उपलब्ध हैं। पिछले साल और इस साल के आंकड़े अभी तैयार नहीं किए गए हैं।

गृहमंत्रालय ने आरटीआई के तहत दर्ज अर्जी के जवाब में कहा है कि बिना वैध दस्तावेज के देश में प्रवेश कर रहने वाले पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों सहित अन्य देशों के नागरिकों का वास्तविक आंकड़ा मुहैया कराना सम्भव नहीं है।

31 दिसम्बर, 2009 तक तैयार आंकड़े के मुताबिक 7,691 पाकिस्तानी नागरिक अवैध रूप से देश में रह रहे हैं, जिनमें हिन्दुओं और सिखों की संख्या अधिक है।

आरटीआई के जवाब में मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक माने जाने वाले बहुत से हिन्दू और सिख भारत की नागरिकता पाने की इच्छा लेकर यहां आए। लेकिन केंद्रीय डाटाबेस में भारत की नागरिकता पाने की इच्छा लेकर पाकिस्तान और बांग्लादेश से यहां आए हिदुओं के आंकड़े संजोकर नहीं रखे गए हैं।

पाकिस्तानी नागरिकों के अलावा देश में 32,644 बांग्लादेशी भी देश में रह रहे हैं। बांग्लादेश और पाकिस्तान के अलावा अन्य देशों से भी करीब 33,106 लोग देश में वीजा अवधि के समाप्त होने के बाद भी रह रहे हैं।

आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान और बांग्लादेश के अलावा अफगानिस्तान के 13,569, श्रीलंका के 2,490, अमेरिका के 1,535 और नाइजीरिया के 1,121 लोग देश में अवैध तरीके से रह रहे हैं।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here