नई दिल्ली ।। भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्‍ना हजारे के नेतृत्‍व में छिड़ी मुहिम से रोज हजारों लोग जुड़ रहे हैं। अब डॉक्‍टरों ने भी इसमें अपनी भागीदारी देने का फैसला किया है। मंगलवार से देश भर के हजारों क्लीनिकों को पाठशाला में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने लिया है। डॉक्टर क्लीनिकों में पहुंचने वाले मरीजों और उनके रिश्तेदारों को जन लोकपाल की बारीकियों के बारे में अवगत कराएंगे।

आईएमए के संयुक्त सचिव डॉ. नरेंद्र सैनी ने बताया कि संस्थान की तमाम शाखाओं और पंजीकृत सदस्यों द्वारा संचालित तमाम क्लीनिक में पाठशालाएं आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि पाठशाला में लोगों को जन लोकपाल से संबंधित बारीकियों की जानकारी दी जाएगी।

अगर किसी शाखा या क्लीनिक में जन लोकपाल के बारे जानने की इच्छा लेकर पहुंचने वालों की संख्या काफी ज्यादा हो, तो उनके लिए विशेष कार्यशाला भी आयोजित की जा सकती है। मंगलवार से पूरे देश में यह मुहिम शुरू हो जाएगी। इसके लिए हजारों संख्या में डॉक्टरों के पास ई-मेल व सूचना के अन्य माध्यमों के जरिए जन लोकपाल की प्रमुख तथ्यों को भेज दिया गया है।

इतना ही नहीं, जब तक जन लोकपाल संसद में पारित नहीं हो जाता, तब तक देश भर में हजारों डॉक्टर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। डॉ. सैनी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि फिलहाल लोगों के प्रति डॉक्टरों की जवाबदेही को देखते हुए काली पट्टी बांधकर ही अपना विरोध दर्ज कराएंगे। अगर सरकार अपने अडियल रवैये में बदलाव नहीं लाएगी, तो देश भर के हजारों डॉक्टर हड़ताल पर जाने से भी नहीं हिचकेंगे।

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