नई दिल्ली, ।। अन्ना को सात दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ भेज दिया गया है। इन्होंने निजी बॉन्ड भरने से इनकार कर दिया, जिसके बाद इनको तिहाड़ भेज दिया गया। इनके अलावा मनीष सिसोदिया और नवीन जयसिंह को भी सात दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। 

अन्ना पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। हजारे ने जमानत लेने से इनकार कर दिया है। दिल्ली पुलिस अन्ना हजारे को अलीपुर मेस से तिहाड़ जेल ले गई है।

इससे पहले अन्ना को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। मजिस्ट्रेट के सामने अन्ना ने जमानत लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, कल अन्ना को न्यायालय में पेश किया जा सकता है।

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अन्ना हजारे को गिरफ्तार करना हमारी मजबूरी थी। साथ ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीके गुप्ता  ने कहा कि अगर अन्ना हजारे ने बॉन्ड नहीं भरा, तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा।

अन्ना की गिरफ्तारी के संबंध में बीके गुप्ता ने कहा कि टीम अन्ना ने गाइड लाइन नहीं मानी, इसी कारण से उनकी गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है और हम कानून के हिसाब से काम कर रहे हैं। अनुमति देना या न देना पुलिस का अधिकार है।

बीके गुप्ता ने कहा कि शर्तें मानने पर हम अनुमति देने को तैयार थे, लेकिन टीम अन्ना ने शर्तें नहीं मानी, जिसके बाद पुलिस ने अनुमति वापस ले ली। उन्होंने कहा कि अन्ना ने लोगों से धारा 144 तोड़ने की अपील की, जिसके बाद मजबूरन हमें कार्रवाई करनी पड़ी है।

गुप्ता ने बताया कि मंगलवार सुबह अन्ना से संपर्क किया गया था, लेकिन वह जेपी पार्क जाने पर अड़े रहे। इसके चलते हमारे पास अन्ना की गिरफ्तारी के अलावा और कोई चारा नहीं था। कमिश्नर के मुताबिक लगभग 1200 लोगों को हिरासत में लिया गया है। कमिश्नर ने कहा कि अब तक प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा है और पुलिस ने भी कोई बल प्रयोग नहीं किया है।

उधर, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की गिरफ्तारी पर सरकार की ओर से आई पहली प्रतिक्रिया में केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने कहा है कि उन्हें इसलिए हिरासत में लिया गया, क्योंकि वे निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वाले थे।

अन्ना को हिरासत में लिए जाने के बाद प्रशांत भूषण ने कहा है कि वह 9 बजे सुबह राजघाट पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अब जनसैलाब को नहीं संभाल पाएगी। पूरे देश में अब सरकार के खिलाफ भारी प्रदर्शन होगा। प्रशांत भूषण ने कहा कि वह इस मामले को अदालत में ले जाएंगे। प्रशांत भूषण ने कहा कि इस सरकार की मनोदशा इमरजेंसी लगाने वाली सरकार की तरह ही है।

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