नई दिल्ली ।। मजबूत लोकपाल और अन्‍ना के बीच फंसी यूपीए सरकार पर भाजपा ने भी हमला तेज कर दिया है। राजनीतिक मोर्चे पर लगातार विफल हो रही भाजपा इस मौके को अपने हाथ से निकलने नहीं देना चाह रही। बीजेपी संसदीय दल की आज बैठक हुई, जिसमें अन्‍ना के आंदोलन के मसले पर विचार किया गया। 

भाजपा ने इस बैठक में फैसला किया है कि वह संसद के दोनों सदनों में प्रश्‍नकाल को स्‍थगित करेगी और प्रधानमंत्री से अन्‍ना के मसले पर बयान देने की मांग करेगी। पार्टी सचिव और सांसद वरुण गांधी ने एलान किया है कि “वे अन्ना हजारे के जन लोकपाल बिल को निजी विधेयक के रूप में शुक्रवार को संसद में पेश करेंगे।”

वरुण ने अन्ना हजारे की गिरफ्तारी को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि “इससे वह हैरान हैं।” उन्होंने कहा कि “यह गिरफ्तारी इसलिए दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि स्वाधीनता दिवस के अगले ही दिन ऐसा किया गया।” उम्मीद है कि हमें सही सोच वाले भारतीयों का समर्थन हासिल होगा। संसद ही वह मंच है, जहां जनता की राय पहुंचनी चाहिए, इसलिए हम इस बिल को निजी विधेयक के रूप में संसद में पेश करेंगे। अगर अन्ना का अपराध यह है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, तो फिर पूरा देश ही अपराधी है।

जब वरूण से पूछा गया कि क्या उनके कदम को भाजपा समर्थन करेगी, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि “देश के हित से ज्यादा और मेरे लिए क्या जरूरी होगा।”

आरएसएस ने अन्‍ना के आंदोलन से पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए रणनीति बैठक बुलाई है। यह बैठक आज उज्‍जैन में हो रही है। उधर, भ्रष्‍टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले बाबा रामदेव ने एलान किया है वह आज अन्‍ना के अनशन में हिस्‍सा लेंगे। वह 11:45 बजे राष्‍ट्रपति से भी मिलेंगे।

शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में लिखा है कि देश में मिस्र जैसे हालात पैदा हो गए हैं। देश में ऐसे हालात के लिए कांग्रेस को जिम्‍मेदार ठहराया गया है।

भाजपा अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने अन्‍ना की गिरफ्तारी को दुर्भाग्‍यपूर्ण करार देते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं से इस आंदोलन में हिस्‍सा लेने की अपील की है। भाजपा ने कल भी राजधानी के जंतर-मंतर से संसद तक मशाल जुलूस निकाला था। आज पार्टी 300 पुतले फूंकने की तैयारी में है।

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