नई दिल्ली, ।। अन्ना हजारे के सहयोगी मनीष सिसोदिया ने कहा है कि अनशन स्थल को लेकर सरकार और टीम अन्ना के बीच सहमति बन गई है। रामलीला मैदान में अनशन की इजाजत देने पर सरकार राजी हो गई है, लेकिन बात अनशन के समय को लेकर अटकी है।टीम अन्ना चाहती है कि एक महीने के लिए रामलीला मैदान में अनशन की इजाजत मिले, जबकि सरकार सिर्फ 5 दिन की ही इजाजत दे रही है।
सिसोदिया ने बताया कि जब तक सरकार अनशन के लिए टीम अन्ना की हर शर्त को नहीं मान लेती है, अन्ना हजारे जेल से बाहर नहीं आएंगे।
इस बीच, अन्ना के समर्थक इंडिया गेट पर जुटने लगे हैं। वहां से वे जंतर-मंतर के लिए मार्च करेंगे। पहले यह मार्च संसद भवन तक होना था, लेकिन बाद में इसमें फेरबदल कर लिया गया। अभी-अभी मिल रही खबर के अनुसार, हजारों लोग जंतर-मंतर की ओर मार्च कर रहे हैं। अन्ना अभी भी तिहाड़ में ही हैं। जब उनकी सारी मांगे मान ली जाएंगी, तभी वह जेल से बाहर आएंगे।
सूत्रों से खबर मिल रही है कि जेपी पार्क से धारा 144 हटाई जा सकती है और अन्ना कभी भी तिहाड़ जेल से बाहर आ सकते हैं। समाज सेवक और अन्ना के सहयोगी स्वामी अग्निवेश ने कहा कि जेल से निकलने के बाद अन्ना अपने समर्थकों के साथ पैदल ही जेपी पार्क जाएंगे।
अन्ना के सहयोगी स्वामी अग्निवेश, प्रशांत भूषण, स्वामी रामदेव आदि तिहाड़ के अंदर गये थे, लेकिन अब बाहर आ गये हैं। सूत्रों के अनुसार, अन्ना और सरकार के बीच बने गतिरोध को काफी हद तक सुलझा लिया गया है।