नई दिल्ली ।। अपने अनशन के आठवें दिन अन्ना ने एकबार फिर सरकार को ललकारते हुए कहा कि देश को बस 4-6 लोग चला रहे हैं। उन्‍होंने जनता से आह्वान किया कि “अगर जन लोकपाल बिल पारित नहीं होता है, तो 30 तारीख को संसद के बाहर धरना दें।” अन्‍ना ने रामलीला मैदान में अपने समर्थकों से कहा कि “मैं ठीक हूं, आप सभी मेरी सेहत को लेकर चिंतित न हों। डॉक्टर त्रेहन की टीम मुझे मरने नहीं देगी।”

आज अन्ना हजारे कुछ देर से अपने समर्थकों के सामने आए। अन्ना ने कहा कि “हार्ट अटैक से मरने से बेहतर है कि मेरी मौत देश के लिए हो और ये मेरा सौभाग्य होगा।” साथ ही उन्होंने दोहराया कि “सिर कटा सकते हैं, लेकिन सिर झुका सकते नहीं। मेरा जीवन देश को समर्पित है और मैं रहूं या न रहूं मशाल जलती रहेगी।”

अन्ना ने अपने समर्थकों से अहिंसा के मार्ग पर चलने की अपील करते हुए कहा कि “ऐसा कोई काम न करें, जिससे मेरी क्रांति में कोई दाग लगे।”

ज्ञात हो कि अन्ना की सेहत कल से गिरने लगी है। अन्ना के खून और यूरीन में कीटोन आने लगे हैं। अन्ना ने आठ दिन से कुछ नहीं खाया है और उनकी सेहत लगातार गिरती जा रही है।

डॉक्टरों के मुताबिक, अन्ना अब डेंजर जोन में पहुंच गये हैं और अगले 24 से 48 घंटे में कभी भी उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ सकता है। अन्ना का ब्लड प्रेशर 124/82 है, जिसे 120/80 के सामान्य के मुकाबले सही माना जा रहा है, जबकि पल्स रेट 84 है।

आठ दिन में अन्ना का वजन पांच किलो 600 ग्राम कम हो गया है। अनशन शुरू करते वक्त अन्ना का वजन 72 किलो था, जबकि अभी उनका वजन 66.4 किलो है, जिसे सामान्य के करीब बताया गया है।

मंगलवार को अनशन पर बैठे अन्ना हजारे के कई समर्थकों की भी तबियत बिगड़ने की खबर है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में अन्ना के समर्थकों से अपील की है कि “समर्थक अनशन छोड़ दें और जन लोकपाल का जमकर प्रचार करें।”

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