नई दिल्ली ।। प्रभावी लोकपाल विधेयक के लिए गांधीवादी अन्ना हजारे के अनशन के 11वें दिन सरकार और टीम अन्ना के बीच कोई रास्ता नहीं निकल सका। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने जहां शुक्रवार को पहली बार इस मुद्दे पर अपनी राय जाहिर की वहीं सरकार ने साफ किया कि वह शनिवार को लोकसभा में विधेयक के विभिन्न प्रारूपों पर चर्चा कराएगी। सरकार किन नियमों के तहत चर्चा कराएगी यह साफ नहीं हो सका है। विपक्ष मतदान के प्रावधान वाले नियमों के तहत चर्चा पर अड़ा हुआ है।

दिन भर चले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा कि यदि सरकार उनकी तीन प्रमुख मांगों पर संसद में प्रस्ताव पारित करा देती है तो वह अपना अनशन तोड़ने के लिए तैयार हैं। वहीं, गांधीवादी के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि अन्ना हजारे का स्वास्थ्य स्थिर लेकिन चिंताजनक है।

अन्ना हजारे के अनशन के 11वें दिन राहुल ने लोकसभा में इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर देश की जनता को जगाने के लिए अन्ना हजारे को धन्यवाद देते हुए राहुल ने कहा, “अकेला लोकपाल विधेयक देश से भ्रष्टाचार नहीं मिटा सकता। यह भ्रष्टाचार मिटाने की दिशा में एक घटकमात्र है। पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम को देखते हुए ऐसा लगा कि एक विधेयक बन जाने से समाज भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा। हमें इसमें संदेह है।”

राहुल की इस बात पर विपक्ष ने तीखी आपत्ति जताई। भारी शोरशराबे के बीच कांग्रेस सांसद को अपना भाषण कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। उन्होंने जब फिर बोलना शुरू किया तो लोकपाल को निर्वाचन आयोग की तरह ही संवैधानिक इकाई बनाने की बात कही। उन्होंने जोर देकर कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए लोकपाल से कहीं अधिक आवश्यकता मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की है। विपक्षी सदस्यों ने इस पर भी हंगामा किया।

संसदीय सर्वोच्चता की वकालत करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, “नीतिगत घुसपैठ संसदीय सर्वोच्चता को नष्ट करेगी और यह लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक होगा। आज प्रस्तावित कानून भ्रष्टाचार के खिलाफ है। कल ऐसी लड़ाई किसी उस लक्ष्य के प्रति भी हो सकती है, जिसमें सबकी सहमति न हो। यह हमारे बहुआयामी समाज और लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है।”

इस बीच, चर्चा के लिए नियम पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण इसे शनिवार तक के लिए टालना पड़ा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों में मतदान के प्रावधान के तहत बहस कराने की मांग की है, जबकि कांग्रेस सिर्फ बहस चाहती है।

लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने नियम 184 के तहत चर्चा का नोटिस दिया, जबकि राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने नियम 168 के तहत चर्चा के लिए नोटिस दिया है। दोनों नियमों के तहत चर्चा के बाद मतदान का प्रावधान है। उन्होंने सरकार पर इस मुद्दे को गम्भीरता से नहीं लेने का आरोप भी लगाया।

इससे पहले इस मुद्दे को लेकर लोकसभा में भारी हंगामा हुआ। उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने कांग्रेस सांसदों के नोटिस पर 193 के तहत चर्चा कराए जाने की बात कही, जिसमें मतदान का प्रावधान नहीं है। लेकिन यह सुनने के बाद विपक्षी दल के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर मतदान के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग करने लगे।

इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल और केंद्रीय मानव संसाधन तथा संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने भाजपा से लोकपाल पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करने के लिए कहा। बंसल ने कहा, “यह भाजपा का दोहरा चरित्र है। आप अंदर कुछ और बाहर कुछ कहते हैं।”

कांग्रेस के युवा सांसदों ने आरोप लगाया कि भाजपा की वजह से ही लोकपाल पर चर्चा में देरी हुई है। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद उन्होंने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध भी जताया। उनमें मिलिंद देवड़ा, सचिन पायलट, अशोक तंवर, मीनाक्षी नटराजन, जितिन प्रसाद, आर. पी. एन. सिंह, संदीप दीक्षित और प्रदीप जैन शामिल थे।

अन्ना हजारे का एक समर्थक शुक्रवार को अकेले ही ‘मैं अन्ना हूं’ लिखा हुआ टी-शर्ट पहनकर संसद भवन परिसर में दाखिल हो गया और वहां उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में सुरक्षा कर्मियों ने उसे हिरासत में ले लिया।

पुलिस ने उसकी पहचान हरियाणा में रोहतक के मनजीत सिंह के रूप में की है। उसके पास संसद भवन परिसर में प्रवेश के लिए दर्शक दीर्धा का वैध पास भी था। उसने शुक्रवार सुबह ही इसे हासिल किया था।

बंसल ने कहा कि लोकपाल के मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा शनिवार को सदन के नेता एवं केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के बयान के बाद कराई जाएगी। बंसल ने कहा कि मुखर्जी बैठक शुरू होने के तुरंत बाद इस मुद्दे पर बयान देंगे और सदन उनके बयान पर चर्चा करेगा।

विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को चर्चा कराने पर तब आपत्ति की जब लोकसभा उपाध्यक्ष ने लोकपाल मुद्दे पर कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित का नोटिस लिया।

उधर, बंसल ने संसद भवन में संवाददाताओं से कहा, “भाजपा की मांग थी कि एक निजी सदस्य के नोटिस की बजाय सरकार को बयान देना चाहिए। सरकार इस पर सहमत हो गई।”

लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “आवश्यक सरकारी काम काज को निबटाने के लिए लोकसभा की बैठक शनिवार को होगी।” संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा, “बहस धारा 193 के तहत कराई जाएगी। यदि सर्वसम्मति बनी तो उसे एक प्रस्ताव का रूप दिया जा सकता है।”

इस बीच, अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि जन लोकपाल विधेयक के प्रावधानों को पारित कराने के पीछे नियम-कानूनों की दी जा रही दुहाई ठीक नहीं है।

उन्होंने पत्र में लिखा है, “नियम और कानून जनता के लिए है, जनता से ऊपर नहीं है।” उन्होंने कहा कि यदि आप और संसद के सदस्य चाहते हैं कि मैं अपना अनशन समाप्त कर दूं तो आपको जन लोकपाल के तीन प्रमुख बिंदुओं पर संसद में प्रस्ताव पास करवाना होगा। अन्ना ने लोकपाल की तरह राज्यों में लोकायुक्तों, नागरिक चार्टर और नीचे से ऊपर तक के सभी कर्मचारियों को इसके दायरे में लाने की मांग की है।

उन्होंने लिखा है, “क्या इन तीनों मुद्दों पर प्रस्ताव लाया जा सकता है? मुझे उम्मीद है कि सभी सांसद इससे सहमत होंगे। बाकी मुद्दों पर निर्णय लिए जाने तक मैं रामलीला मैदान में ही बैठा रहूंगा।”

तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच जन लोकपाल विधेयक पर समर्थन जुटाने के लिए अन्ना के सहयोगी सभी दलों से मिल रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस संकट का शुक्रवार को हल निकल आएगा।

अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, वाम दलों, जनता दल [युनाईटेड], शिव सेना और तेलुगूदेशम पार्टी ने अन्ना के मुद्दों पर सहमति जताई है। वहीं, 11 दिनों से अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की हालत स्थिर लेकिन चिंताजनक है। डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें कमजोरी हो गई है और उन्हें अधिक से अधिक आराम करने की जरूरत है।

अन्ना हजारे के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा, “अन्नाजी की हालत स्थिर है लेकिन चिंता की बात ये है कि उनका वजन सात किलोग्राम कम हो गया है और कमजोरी बढ़ गई है।”

उन्होंने कहा, “अन्नाजी जितना आराम करेंगे उतना ठीक रहेगा। हमने उनकी निगरानी कड़ी कर दी है। हमें चिंता भी है इसलिए हमने निगरानी कड़ी कर दी है। कल सुबह फिर हम उनके स्वास्थ्य का निरीक्षण करेंगे।”

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here