नई दिल्ली ।। प्रभावी लोकपाल के मसले पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के प्रतिनिधियों और सरकारी पक्ष के बीच बुधवार देर रात बातचीत के पटरी से उतर जाने के बाद गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।

लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सुषमा द्वारा इस मसले को उठाए जाने पर सदन के नेता और सरकार की तरफ से अन्ना के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे प्रणब मुखर्जी ने कहा कि “मेरी बातों को पूरी तरह से तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।”

उन्होंने कहा कि “बुधवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद सभी ने अन्ना हजारे से अनशन खत्म करने की अपील की थी। इस दौरान सदन में हंगामा जारी रहा, जिस कारण अध्यक्ष मीरा कुमार ने कार्यवाही 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा में अन्ना के 10 दिनों से जारी अनशन पर हंगामा हुआ और जिस कारण सदन की कार्यवाही 12.00 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

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