नूसा दुआ (बाली) ।। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को भारत की ‘लुक ईस्ट’ नीति को मजबूत बनाने के लिए आर्थिक भागीदारी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी व अंतरिक्ष सहित अन्य क्षेत्रों में सम्पर्क व सहयोग बढ़ाकर 10 देशों के समूह आसियान के साथ सम्बंधों को अधिक प्रगाढ़ बनाने की बात कही। नौवें भारत-आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई राष्ट्रों के संघ) शिखर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सिंह ने कहा कि भारत ने साल 2010-2015 के लिए 82 बिंदुओं वाली आसियान-भारत कार्ययोजना व पांच करोड़ डॉलर के आसियान-भारत सहयोग के तहत कई सहकारी परियोजनाएं शुरू की हैं।
उन्होंने कहा, “वैश्विक आर्थिक संकट के मद्देनजर आज हमारे बीच सहयोग की और भी तात्कालिक आवश्यकता है।”
उन्होंने वस्तुओं के व्यापार के लिए भारत-आसियान मुक्त व्यापार समझौते के पहले से ही प्रभावी होने का हवाला देते हुए कहा कि साल 2010-2011 में आसियान समूह के साथ व्यापार में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आसियान-भारत व्यापार सहयोग में 50 अरब डॉलर के व्यापार का आंकड़ा पार कर लिया गया है। उन्होंने कहा, “व्यापार में इस तरह की वृद्धि दर रही तो हम साल 2012 तक व्यापार 70 अरब डॉलर तक बढ़ाने के हमारे लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।”
उन्होंने भारत-आसियान व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते को लागू करने के लिए सकारात्मक माहौल बनाने के लिए वाणिज्यिक अर्थपूर्ण सेवाओं और निवेश समझौते को जल्द पूरा करने के लिए समर्थन मांगा।