हुगली (प. बंगाल) ।। रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने यहां रविवार को कहा कि रेल परियोजनाओं के लिए भूमि देने वालों को मुआवजे के साथ-साथ परियोजना में रोजगार देना सबसे सही मॉडल है, जिसे देशभर में औद्योगिक परियोजनाओं में अपनाया जा सकता है।
मंत्री ने कहा, “पहली बार रेलवे की इस परियोजना के लिए भूमि देने वाले हर परिवार को नौकरी दी जा रही है। यह एक आदर्श विचार है और ऐसा मॉडल है, जिसे पूरे देश में औद्योगिक परियोजनाओं में अपनाया जा सकता है।”
वह यहां हुगली में फुरफरा शरीफ और दानकुनी के बीच 19.5 किलोमीटर की रेल लिंक परियोजना में काम शुरू करने की घोषणा करने के लिए आए थे। इस अवसर पर उन लोगों को नौकरी के नियुक्ति पत्र भी दिए, जिनकी जमीन ली गई।
ममता बनर्जी (तत्कालीन रेल मंत्री) ने 2009 में इस परियोजना की घोषणा के वक्त इस योजना की भी घोषणा की थी।
नौकरी पाने वाले एक व्यक्ति ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे सरकारी नौकरी मिलेगी। यदि एक किसान को मुआवजे के साथ नौकरी भी मिलेगी, तो वह जरूर अपनी जमीन देना चाहेगा। मुझे अब सुरक्षा महसूस होती है।”
इस अवसर पर ममता बनर्जी मौजूद नहीं हो सकीं, लेकिन उन्होंने अपनी रिकार्ड की हुई आवाज के साथ परियोजना के शुरू होने के लिए लोगों को बधाई दी।
त्रिवेदी ने कहा कि लिंक 18 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा और इसके चालू होने के बाद फुरफरा शरीफ से दानकुनी तक की यात्रा 25 मिनट में पूरी की जा सकेगी।