नई दिल्ली ।। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने मुल्लापेरियार बांध विवाद पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और कहा कि केरल की जनता का हित एक नए बांध के निर्माण में है।

चांडी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की और बांध मुद्दे को हल करने में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। बांध का यह मुद्दा तमिलनाडु के साथ विवाद का कारण बना हुआ है।

चांडी ने नए बांध के लिए समर्थन हासिल करने की कोशिश में सोनिया गांधी से भी मुलाकात की। 

मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के साथ अपनी मुलाकातों में चांडी ने कहा कि वह तमिलनाडु को पानी देने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यहीं पर उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए एक नए बांध की जरूरत है, क्योंकि 116 साल पुराना मुल्लापेरियार बांध बार-बार भूकम्प के झटके झेल रहा है। 

एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में चांडी ने कहा कि केरल की जनता की हिफाजत उनकी मुख्य चिंता है। 

उन्होंने ‘टाइम्स नाउ’ के साथ यहां एक बातचीत में कहा, “मुल्लापेरियार बांध लगातार भूकम्प की मार झेल रहा है। मुख्य चिंता यही है, जो केरल को परेशान कर रहा है। हमारी चिंता जनता की हिफाजत को लेकर है और हम तमिलनाडु को पानी देने के खिलाफ नहीं हैं।”

चांडी ने कहा, “हमारा दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है। हमें जनता की हिफाजत का ख्याल रखना है। हम खुली बातचीत के लिए तैयार हैं।”

तमिलनाडु चाहता है कि राज्य की सिंचाई की जरूरतें पूरी करने के लिए बांध की जलग्रहण क्षमता बढ़ाई जाए। इसके लिए बांध की ऊंचाई 136 फुट से बढ़ा कर 142 फुट कर दी जाए।

दूसरी ओर केरल इसके लिए एक नए बांध का निर्माण करना चाहता है, क्योंकि उसे आशंका है कि कोई तीव्र भूकम्प मौजूदा बांध को तोड़ सकता है।

इस सप्ताह के प्रारम्भ में तमिलनाडु और केरल के सांसदों ने मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी और इस जटिल मुद्दे के हल के लिए उनसे हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। मनमोहन सिंह ने तमिलनाडु और केरल के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया था कि इस विवादास्पद मुद्दे पर चर्चा के लिए जल्द ही दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक आयोजित की जाएगी।

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