नई दिल्ली ।। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी ने गुरुवार को कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थलों पर परमाणु ऊर्जा को लेकर स्थानीय समुदायों के भय को देखते हुए उनसे इस सम्बंध में संवाद किए जाने की आवश्यकता है। 

राज्यसभा में तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में नारायणसामी ने कहा कि देश की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए परमाणु ऊर्जा जरूरी है।

उन्होंने कहा कि परमाणु संयंत्रों के आसपास बसे स्थानीय समुदायों से नियमित बातचीत भी जरूरी है ताकी स्वंयसेवी संगठन (एनजीओ) उन्हें भटका न सकें।

नारायणसामी ने कहा कि कार्पोरेट सामाजिक जवाबदेही के मद्देनजर स्थानीय लोगों की मदद के लिए स्कूलों, अस्पतालों व सड़कों के निर्माण जैसे कार्य किए जाने की भी आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, “कोयला ऊर्जा का मुख्य स्रोत है लेकिन यह शुद्ध ऊर्जा नहीं है। अन्य स्रोतों द्वारा उत्पन्न ऊर्जा नगण्य है।”

उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा खर्चीली नहीं है और इसका प्रति इकाई मूल्य 1.80 रुपये है, जो अन्य गैर परम्परागत ऊर्जा स्रोतों की तुलना में सस्ता है।

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