नई दिल्ली/मथुरा ।। भगवान कृष्ण के जन्मदिन कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को देशभर के मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा और इस उत्सव को पारंपरिक श्रद्धा एवं हर्षोल्लास से मनाया गया। कई लोगों ने मंदिरों और घरों पर भगवान कृष्ण की लीलाओं से संबंधित झांकियां सजाई और व्रत रखा।

हरे कृष्णा के जाप के साथ भक्तों का आज सुबह से ही मंदिरों में पहुंचना शुरू हो गया था। लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की। दिल्ली के लक्ष्मी नारायण मंदिर और इस्कान मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में सोमवार सुबह से ही लोग दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए उमड़ पड़े। कई मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखी गई।

मुंबई में, शहर भर में युवा टोलियों ने जाकर दही हांडी तोड़ी। युवाओं ने कई स्थलों पर मानवीय पिरामिड बनाकर हांडी तक पहुंचने की कोशिश की। वहां मौजूद अन्य लोगों ने परंपराओं के अनुसार पानी फेंककर मानव पिरामिडों को तोड़ने का प्रयास किया।

भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में भी कृष्ण जन्मोत्सव पूरी साजोसज्जा, धूम-धाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। मंदिरों में सुंदर झांकियां सजाई गई हैं और घर-घर में व्रत रखकर लल्ला के आगमन की बधाइयां गायी गई। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर भंडारे लगाए गए।

मथुरा में पिछले कई दिन से कान्हा के जन्मदिन की तैयारियां जोरों पर थी। इसके लिए कई विदेशी मेहमान भी श्रीकृष्ण की इस प्राचीन नगरी में आए हुए थे। श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केन्द्र गिरिधर का जन्मस्थान है। माना जाता है कि कारागार में नंदलाल का जन्म हुआ था। वैसे मथुरा के द्वारिकाधीश, वृंदावन के बांके बिहारी, इस्कॉन मंदिर, रंगजी मंदिर आदि में भक्तों की भारी भीड़ रही।

मथुरा में कृष्ण जन्मस्थान और द्वारिकाधीश मंदिर में सुबह से लोगों का तांता उमड़ना शुरू हो गया और कई लोग मध्यरात्रि की प्रतीक्षा में वहां खड़े हुए, ताकि कृष्ण जन्म का आनंद लिया जा सके।

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