नई दिल्ली ।। स्कूली बच्चे किस प्रकार शिक्षा के अधिकार से वंचित हैं , इसकी एक बानगी अब आम लोगों द्वारा खींची गई तस्वीरों के माध्यम से मिलेगी। ‘क्लिक राइट्स’ नामक इस कार्यक्रत के तहत ऐसी चुनिंदा तस्वीरों की प्रदर्शनी का आयोजन देश के पांच प्रमुख महानगरों में किया जा रहा है।

गैर सरकारी संगठन चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई) द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी इस बात की झलक मिलेगी कि आम नागरिक उन बाधाओं को किस नज़र से देखते हैं जिनका सामना हजारों बच्चों को अपने शिक्षा के अधिकार को प्राप्त करने के लिए करना पड़ता है। आयोजन स्थल पर नागरिकों को भारत के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की मांग से सम्बद्घ एक याचिका पर दस्तखत करने का अवसर भी मिलेगा।

इस महीने के आरम्भ में, क्राई ने नागरिकों और स्वयंसेवियों को अपने रिहायशी इलाकों के उन सरकारी/नगर निगम के स्कूलों की तस्वीरें क्लिक करने के लिए आमंत्रित किया था, जिनमें उस बुनियादी ढांचे का अभाव है जिसकी गारंटी शिक्षा का अधिकार (आटीई) अधिनियम, 2009 के अंतर्गत दी गई है। सम्बद्घ नागरिकों और स्वयंसेवियों ने 500 से ज्यादा तस्वीरें भेजी हैं। इनमें पांच महानगरों-मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलूरू और चेन्नई-के सरकारी और नगर निगम के स्कूलों के बुनियादी ढांचे की स्थिति की झलक देखने को मिलती है।

इस पहल के बारे में चर्चा करते हुए क्राई की निदेशक, वॉलंटियर एक्शन, योगिता वर्मा ने बताया, “क्लिक राइट्स नामक इस पहल का लक्ष्य तस्वीरों के माध्यम से सरकार व नगर निगम के स्कूलों में उचित बुनियादी ढांचे के अभाव के बारे में लागों को जागरूक करना है।”

उन्होंने कहा, नागरिक और स्वयंसेवी , राज्य और केंद्र सरकारों से सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अधिकार की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने की मांग करेंगे। इसमें स्कूल की इमारतें, सफाई, पेयजल और बालक तथा बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं को मुहैया करवाना शामिल है। 

देश भर से मिली सभी प्रविष्टियों की एक ऑनलाइन प्रदर्शनी ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटक्राईडॉटओआरजी/माइक्रोसाइट/क्लिकराइट/इंडेक्सडॉटएचटीएमएल’ पर देखी जा सकती है। 

 

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