नई दिल्ली ।। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील शुक्रवार को स्विटजरलैंड एवं आस्ट्रिया के दौरे पर रवाना होंगी। उनके साथ संसदीय मामलों के राज्य मंत्री राजीव शुक्ला, तीन सांसदों एवं वरिष्ठ अधिकारियों सहित 55 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जाएगा।

राष्ट्रपति के इस दौरे में उप परमाणुविक कण न्यूट्रिनो उनके एजेंडे में रहेगा। पाटील का जेनेवा स्थित सीईआरएन (यूरोपीय नाभिकीय शोध संस्थान) में शनिवार को यात्रा का कार्यक्रम प्रस्तावित है। उप परमाणुविक न्यूट्रिनो के बारे में दावा किया जाता है कि इसकी गति प्रकाश से भी तेज है।

विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) एम. गणपति ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि स्विटजरलैंड की राजधानी बर्न में पाटील अपने समकक्ष मिशलीन कामी-रे से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगी।

पाटील के सीईआरएन दौरे को विशेष महत्व दिया जा रहा है।

उम्मीद की जा रही है कि पाटील सीईआरएन स्थित भारतीय वैज्ञानिकों के समूह से भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस के इस संस्थान के प्रति योगदान पर चर्चा करेंगी। बोस के नाम पर ही एक उप परमाणुविक तत्व का नाम ‘बोसान’ रखा गया है।

पाटील लुसाने विश्वविद्यालय में रबिंद्र नाथ टैगोर की प्रतिमा का अनावरण चार अक्टूबर को उनकी 150वीं जयंती के उत्सव पर करेंगी।

आस्ट्रिया यात्रा के दौरान पाटील आस्ट्रियाई राष्ट्रपति हेंज फिशर के साथ द्विपक्षीय सम्बंधों पर चर्चा करेंगी। इस अवसर पर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक होगी।

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