नई दिल्ली ।। मजबूत लोकपाल के लिए संघर्ष कर रहे अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों से घबराकर केद्र सरकार ने अन्ना और उनके साथियों को तिहाड़ जेल से जल्द से जल्द छोड़ने का फैसला लिया है। माना जा रहा है कि अन्ना को किसी भी वक्त तिहाड़ से रिहा किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने निजी मुचलका भरने की शर्त हटा दी है।

उधर, अन्ना ने अपनी रिहाई से इनकार करके सरकार के लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है। अन्ना ने सरकार से जेपी पार्क में बिना शर्त अनशन करने की इजाजत देने की मांग की है। अन्ना ने कहा है कि ऐसा न होने पर वह जेल में ही रहकर अनशन करेंगे। माना जा रहा है कि अन्ना ने सरकार के इस मंशा को भांप लिया है कि उनको दिल्ली से बाहर भेजा जा सकता है।

तिहाड़ जेल के प्रवक्ता के मुताबिक, अन्ना हजारे और उनके साथियों को छोड़ दिया गया है, लेकिन उन्होंने बिना शर्त रिहाई की मांग रखी है। प्रवक्ता के मुताबिक, अन्ना की मांगों से ऊपर के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

अन्ना हजारे का रिलीज वॉरंट तिहाड़ जेल के डीजी को भेज दिया गया है। उन्हें कुछ ही देर में रिहा किया जाएगा। इससे पहले पुलिस किरण बेदी और शांतिभूषण को रिहा कर चुकी है।

ज्ञात हो कि अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार सुबह से ही देशभर में विरोध-प्रदर्शनों का रेला लगा है। इसी कारण से सरकार को अपने कदम वापस खींचने के लिए मजबूर होना पड़ा है। सरकार को लग रहा है कि यदि अन्ना को अधिक समय तक जेल में रखा गया, तो स्थिति और खराब हो सकती है।

गौरतलब है कि अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह मयूर विहार से गिरफ्तार किया गया था। दूसरी जगहों से उनके साथियों किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल, शशिभूषण आदि को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उन्हें सात दिन की न्यायिक हिरासत में शाम सवा चार बजे तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। अन्ना ने वहां भी अनशन जारी रखते हुए खाना खाने से इनकार कर दिया था।

इधर किरण बेदी ने कहा है कि अन्ना ने रिहाई के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। अन्ना को बिना शर्त छोड़ा जा रहा है। अन्ना की रिहाई पर प्रशांत भूषण ने प्रतिक्रिया देते हुए  कहा कि देर आए दुरुस्त आए। सूत्र के अनुसार टीम अन्ना रिहाई को लेकर थोड़ी नर्म पड़ी है, जिसके बाद सरकार ने उन्हें रिहा करने का फैसला लिया है।  टीम अन्ना के सदस्यों का कहना है कि रिहा होने के बाद अन्ना सीधे जेपी पार्क जाएंगें। मगर सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस उन्हें सीधे एअरपोर्ट ले जाने की तैयारी में है। उनके टिकट का भी बंदोबस्त किया जा रहा है।

इस बीच तिहाड़ जेल के बाहर अन्ना के समर्थकों की भारी  भीड़ जमा  है। गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को दिल्ली पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता की दो धाराओं-धारा 107 और 151 के तहत गिरफ्तार किया गया। धारा 107 के तहत किसी भी क्षेत्र में शांति और सौहार्द का उल्लंघन करने पर गिरफ्तारी का प्रावधान है।

इसके अनुसार, कार्यकारी मजिस्ट्रेट को यदि सूचना मिलती है कि कोई व्यक्ति शांति भंग या सार्वजनिक सौहार्द को बाधित करने वाला है, उसके किसी कदम से शांति या सौहार्द को नुकसान पहुंचता है या यदि मजिस्ट्रेट को कानूनी प्रक्रिया के पर्याप्त आधार नजर आते हैं, तो वह ऐसे व्यक्ति से एक निश्चित अवधि के दौरान शांति बनाए रखने का आश्वासन ले सकते हैं। अवधि का निर्धारण मजिस्ट्रेट के विवेक पर निर्भर होगा। यह एक साल से अधिक नहीं हो सकती।

वहीं, धारा 151 के तहत  संज्ञेय अपराधों की रोकथाम के लिए किसी भी आशंकित व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सकता है। इसके अनुसार, यदि पुलिस को किसी  संज्ञेय अपराध के बारे में जानकारी मिलती है और उसे लगता है कि सम्बंधित व्यक्ति को गिरफ्तार किए बिना इसे रोकना मुश्किल है, तो वह मजिस्ट्रेट के आदेश या वारंट के बगैर भी उसे गिरफ्तार कर सकती है।

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