नई दिल्ली ।। रेल किराये में संशोधन की सम्भावना का संकेत देते हुए रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने शुक्रवार को कहा कि उनका मंत्रालय ईंधन का खर्च पूरा करने के लिए रेल किराये में वृद्धि करने पर विचार कर रहा है क्योंकि रेल किराये में कई वर्षो से वृद्धि नहीं की गई है।

साथ ही उन्होंने नई रेलगाड़ियों को चलाने की घोषणा के साथ तत्काल टिकट 48 के बजाय 24 घंटा पहले जारी करने का निर्णय लिया। त्रिवेदी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम ईंधन लागत का बोझ अब और सहन नहीं कर सकते। मैं रेलवे की वित्तीय स्थति को लेकर चिंतित हूं।” रेल अधिकारियों के अनुसार ईंधन पर जितनी लागत आ रही है, उस हिसाब से रेलवे के एक टिकट पर लगभग 30 फीसदी वृद्धि की आवश्यकता है। लेकिन मौजूदा समय में रेल टिकट को इससे अछूता रखा गया है।

रेलवे की योजना ईंधन खर्च का उल्लेख रेल टिकट पर करने की है। भविष्य में यदि रेल किराया बढ़ता है तो यात्री को टिकट में जानकारी दी जाएगी कि उससे कितना ईंधन खर्च लिया गया है। साथ ही वित्तीय संगणना के तहत थोड़ी राहत भी दी जाएगी।

रेल मंत्री ने कहा कि यह ध्यान में रखते हुए कि 91 फीसदी यात्री सामान्य श्रेणी में यात्रा करते हैं, यात्री सेवा शुल्क में वृद्धि न कर केवल ईंधन का खर्च वसूला जाएगा। त्रिवेदी ने कहा, “किराये में वृद्धि का फैसला लेने से पहले हम जनता की राय लेने की जरूरत महसूस करते हैं।” डीजल और बिजली खर्च सहित रेलवे के ईंधन बिल में हाल ही में वृद्धि की गई है जिससे वार्षिक खर्च में करीब 18 से 20 फीसदी इजाफा हुआ है।

सूत्रों ने बताया कि ईंधन के बिल में वृद्धि का अर्थ है वर्ष 2011-12 के लिए रेलवे का खर्च जो 73,000 करोड़ रुपये था वह वित्त वर्ष के अंत तक बढ़कर 78,000 करोड़ रुपये हो जाएगा।

सूत्रों ने आगे बताया कि वर्ष 2002-03 में 341 किलोमीटर तक की दूरी के लिए द्वितीय श्रेणी के न्यूनतम किराये में एक रुपये की वृद्धि की गई थी। इस बार एक से छह रुपये तक की वृद्धि हो सकती है।

टिकट बुकिंग काउंटरों पर दलालों की बढ़ती गतिविधि पर लगाम लगाने के लिए रेल विभाग ने शुक्रवार को तत्काल सेवा के तहत पूर्व आरक्षण की अवधि 48 घंटे से घटाकर 24 घंटे करने का निर्णय लिया और कहा कि कन्फर्म टिकट वापस नहीं लिया जाएगा। विभाग ने कई और कदम उठाए हैं जो एक सप्ताह में लागू हो जाएंगे।

रेलवे ने दलालों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए और भी कई कदम उठाए हैं, जैसे तत्काल का डुप्लीकेट टिकट जारी किया जाना बंद कर दिया गया है। पहचानपत्र दिखाने पर ही तत्काल का टिकट दिया जाएगा। सुबह आठ से 10 बजे के बीच टिकट की बुकिंग बंद रहेगी। पहचानपत्र न होने पर सरकार द्वारा नागरिकों को जारी विशिष्ट पहचान संख्या (आधार) भी मान्य होगी।

मित्तल ने कहा कि एक पीएनआर नंबर पर केवल चार यात्री तत्काल पर यात्रा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान यात्रियों को पहचानपत्रों के आठ विकल्पों में से एक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा।

इसके अलावा त्रिवेदी ने 26 नई रेलगाड़ियां चलाए जाने की घोषणा की। इसके अलावा आठ गाड़ियों के विस्तार और पांच गाड़ियों के फेरे बढ़ाए जाने की भी घोषणा की गई। एक सप्ताह के भीतर 26 नई गाड़ियों को झ्झंडी दिखाकर रवाना कर दिया जाएगा। इसके अलावा गाड़ियों के विस्तार और फेरे बढ़ाए जाने के आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। 

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