मुम्बई ।। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रेटिंग में कटौती किए जाने के बाद लगतार दूसरे दिन बैंक के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। इस बीच एसबीआई के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि बैंक इस वित्त वर्ष के अंत तक पुनर्पूजीकरण की प्रक्रिया पूरा कर लेगी।
एसबीआई के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि बैंक ने रेटिंग कम किए जाने के बारे में विचार किया है और बैंक इस वित्त वर्ष के अंत तक पुनर्पूजीकरण की प्रक्रिया पूरा कर लेगी।
अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर सर्विस ने मंगलवार को एसबीआई की ‘वित्तीय मजबूती रेटिंग’ को ‘सी’ से घटाकर ‘डी+’ कर दिया था। पूंजी सम्बंधी चिंताओं और परिसंपत्तियों की खराब गुणवत्ता के कारण बैंक की रेटिंग कम की गई है।
एजेंसी ने बैंक की ‘हैब्रिड कर्ज रेटिंग’ को भी ‘बीए2’ से घटाकर ‘बीए3’ कर दिया है।
एसबीआई में अधिकांश हिस्सेदारी भारत सरकार के पास है और उसकी योजना विस्तार योजनाओं के लिए पूंजी में राइट इश्यू के माध्यम से 20 हजार करोड़ रुपये की वृद्धि करने का है।
राइट इश्यू के तहत एक कम्पनी केवल वर्तमान शेयरधारकों को ही शेयर जारी करती है, जो सामान्य तौर पर वर्तमान शेयरधारित के समानुपात में होता है।
वर्तमान में एसबीआई में सरकार की हिस्सेदारी 59.4 फीसदी है और राइट इश्यू की स्थिति में सरकार को कुल राइट इश्यू का 59.4 फीसदी शेयर खरीदनी पड़ेगी।
इस बीच रेटिंग में कटौती के बाद बुधवार को एसबीआई के शेयर बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर एक समय 1708.55 रुपये के निचले स्तर पर चला गया जो अंत में कुल चार फीसदी की गिरावट के साथ 1715.30 पर बंद हुआ।