नई दिल्ली/नेल्लोर ।। अन्ना के आंदोलन को मिल रहे भारी जन समर्थन को देखते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भ्रष्टाचार खत्म करने में नाकाम बताते हुए, उनसे इस्तीफा देने की मांग की है। नेल्लोर में पार्टी की संचालन समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार लोगों का भरोसा खो चुकी है। उसे देश में नए सिरे से चुनाव कराने चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि पिछले कुछ सालों में कई घोटाले सामने आए हैं। इनके लिए यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। केंद्र की यूपीए सरकार घोटालों की सरकार है। प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल से भ्रष्ट मंत्रियों को हटाने में नाकाम रहे हैं।
देश भर में अन्ना के समर्थक मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली में कपिल सिब्बल के घर को भी आंदोलनकारियों घेर लिया गया था। सिब्बल जन लोकपाल बिल का विरोध करने वाली सरकारी टीम के प्रमुख सदस्य माने जाते हैं। स्थाई समिति के अध्यक्ष अभिषेक मनु सिंघवी के घर के बाहर भी प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
एमपी रमेश कुमार और दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार चौहान के घर को भी अन्ना समर्थकों ने घेर रखा था। साथ ही दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी अन्ना समर्थकों के निशाने पर हैं। पुलिस ने उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी है।
रविवार को लगभग 80 लोग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 7, रेस कोर्स रोड स्थित घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए। उनकी मांग थी कि सरकार टीम अन्ना से बातचीत करे और जन लोकपाल बिल पारित कराए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया है। उनमें से कुछ को इंडिया गेट छोड़ दिया गया, जबकि कुछ पास में सफदरजंग रोड के पास धरने पर बैठ गए।
कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के काफिले को काला झंडा दिखाया गया। केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल और राजीव शुक्ला के कानपुर स्थित घरों के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी शुक्ला के बयान से नाराज बताये जा रहे हैं। शुक्ला ने अन्ना के अनशन पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि इस आंदोलन का भगवान ही मालिक हैं।
उधर, फर्रुखाबाद में केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का विरोध हुआ। शनिवार को सलमान खुर्शीद अपने संसदीय क्षेत्र फर्रुखाबाद एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। रास्ते में अन्ना समर्थकों ने सड़क पर लेट कर उनका विरोध करते हुए काफिले को रोक दिया। पुलिस ने लाठी भांज कर प्रदर्शनकारियों को हटाया।