नई दिल्ली ।। सरकार और अन्ना कैंप की ओर से अलग-अलग मंचों से अपनी बात रखने का क्रम जारी है। सरकार की ओर से आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “हम लोकपाल के ऊपर चर्चा के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कानून बनाने की प्रक्रिया में समय लगता है।”
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि “सरकार मजबूत लोकपाल बिल लाना चाहती है। जो लोग इस मामले में अपना सुझाव देना चाहते हैं, उनके लिए दरवाजे खुले हुए हैं।” उन्होंने कहा कि बातचीत से बदलाव संभव है। कानून बनाने के प्रक्रिया में वक्त लगता है, इसे जल्दबाजी में पूरा नहीं किया जा सकता है।
डॉ. सिंह ने कहा कि अगर सरकार के लोकपाल कानून में कोई कमी है, तो आप सामने आएं और अपना सुझाव दें। कोई भी रास्ता बातचीत से निकल सकता है। बातचीत के दरवाजे सबके लिए खुले हुए हैं। हम लोगों के सुझावों का स्वागत करेंगे।
दरअसल, कल अन्ना हजारे ने खुद कहा था कि जब तक जन लोकपाल बिल पास नहीं हो जाता, उनका अनशन जारी रहेगा। उसके बाद आज रामलीला मैदान में पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने कहा कि सरकार को 30 अगस्त तक हर हाल में मजबूत लोकपाल का बिल पास करना ही होगा।
पीएम ने कहा कि सारी पार्टियों की मांग के बाद उन्होंने लोकपाल बिल को संसद में पेश किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि एक मजबूत और प्रभावी बिल पास हो। उधर, स्टेंडिंग कमिटी के अध्यक्ष अभिषेक मनु सिंघवी ने भी संकेत दिया है कि लोकपाल बिल पर सभी ओर से सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं। हालांकि यह कहना थोड़ा मुश्किल है कि इस बिल को बहुत जल्दी ही पास कर दिया जाएगा।
शुक्रवार को अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सरकारी लोकपाल बिल को पूरी तरह से बदलना होगा। इसमें सुधार या संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं है।