नई दिल्ली ।। केंद्रीय पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय पेरिस में आयोजित जी-20 देशों के पर्यटन मंत्रियों के वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए।

सुबोध कांत ने कहा कि विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं जो प्रमुख पर्यटन बाजार भी हैं, के बीच चर्चाओं और विचारों के आदान प्रदान द्वारा पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। पेरिस में सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने आशा जताई कि सम्मेलन वैश्विक जनसंख्या के एक बड़े हिस्से तक आर्थिक लाभ पहुंचाते हुए पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसरों का सृजन करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार सहाय ने इस बात पर जोर दिया कि हाल के वर्षो मे पर्यटन विश्व के विशालतम उद्योग के रूप में विकसित हुआ है और यह आर्थिक विकास का प्रमुख साधन है। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने वर्ष 2016 तक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन आगमन में भारत की हिस्सेदारी को 0.6 प्रतिशत से एक प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है जिससे भारत में 2.5 करोड़ अतिरिक्त रोजगार का सृजन होगा।

उन्होंने कहा, “रोजगार के अवसरों का सृजन दुनियाभर में चिंता का विषय है, विशेष रूप से आर्थिक मंदी के परिदृश्य में।”

सुबोध कांत ने कहा कि जमीनी स्तर पर संपूर्ण सामाजिक-आर्थिक विकास में पर्यटन की एक सार्थक भूमिका सुनिश्चित करने के लिए सरकार राष्ट्रीय और स्थानीय विकासात्मक रणनीतियों को तैयार कर रही है।

उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रियों का तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन 26 अक्टूबर तक चलेगा।

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